पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जनता दल यूनाइटेड ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है. जेडीयू ने सबसे पहले आरजेडी और महागठबंधन में सेंध लगाते हुए पूर्व सीएम जीतन राम मांझी सरीखे बड़े नेताओं को अपने पाले में किया. जबकि उपेंद्र कुशवाहा की भी नीतीश से नजदीकियां बढ़ रही है. वहीं, चुनाव में पार्टी को संगठनात्मक रुप से मजबूत रखने के लिए नजदीकी अशोक चौधरी को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है.


सीएम नीतीश कुमार ने विधान सभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी को जेडीयू का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया है. चुनाव से ठीक पहले दलितों को साथ लेने के लिए जेडीयू का यह बड़ा फैसला माना जा रहा है. अशोक चौधरी फिलहाल बिहार सरकार में भवन निर्माण मंत्री हैं वह भी आज शाम ही जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष का पदभार संभालेंगे.
गुप्तेश्वर पांडे थामेंगे नीतीश का हाथ
वहीं, बिहार के पूर्व डीजीपी वीआरएस लेने के बाद आज जेडीयू में शामिल होंगे. सीएम नीतीश कुमार से एक दिन पहले ही उनकी जेडीयू ऑफिस में मुलाकात हुई थी. मिली जानकारी के मुताबिक गुप्तेश्वर पांडेय आज शाम में जेडीयू की ज्वाइन करेंगे. वीआरएस लेने से पहले ही पांडे राजनीति में उतरने के संकेत दे दिए थे. पूर्व डीजीपी चुनाव लड़ने की इच्छा भई जाहिर कर चुके हैं. आगामी विधानसभा चुनाव में गुप्तेश्वर पांडेय जेडीयू की ओर से चुनाव भी लड़ सकते हैं.