पटना: बिहार में पंचायत चुनाव से पहले करीब 300 मुखिया और सरपंच को झटका लगा है. राज्य में नगर पंचायत और निगम के गठन को ध्यान में रखते हुए कई पंचायतों में भवन निर्माण कार्य पर रोक लगा दिया गया है. बताया जा रहा है कि अब निगम और नगर पंचायत के गठन के बाद ही बाकी बचे क्षेत्रों में पंचायत भवन का निर्माण होगा. संभवतः अब यह काम पंचायत चुनाव के बाद ही होंगे.


जानकारी के मुताबिक राज्य के करीब 300 पंचायत को नगर पंचायत और नगर निगम में बदल दिया गया है. इन पंचायतों में अब मुखिया और सरपंच नहीं चुने जाएंगे. इसके साथ ही कई पंचायतों में भवन निर्माण का काम चल रहा था, प्रशासन द्वारा उसपर भी रोक लगा दिया गया है.
अप्रैल या मई में होंगे चुनाव
बता दें कि बिहार में पंचायत चुनाव की तिथि अभी घोषित नहीं की गई है. ऐसे में माना जा रहा है कि बिहार में अप्रैल या मई में पंचायत चुनाव होंगे. हालांकि पंचायत चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग द्वारा तैयारी शुरु कर दी गई है. मतदाता सूची और मतदान केंद्र की संख्या निर्धारण के बाद ही पंचायत चुनाव का ऐलान किया जाएगा.
9 से 10 चरणों में होंगे चुनाव
खबरों कि माने तो इस बार बिहार में 9 से 10 चरणों में चुनाव होने की संभावना है. पिछले पंचवर्षीय में दस चरणों में चुनाव कराया गया था. वहीं इस बार भी छह पदों के लिए चुनाव कराया जाएगा, जिसमें जिला पर्षद, मुखिया, सरपंच, पंचायत समिति सदस्य, वार्ड पंच और वार्ड सदस्य का पद शामिल है.