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हम सभी लोग अक्सर ज्यादा बिजली का बिल (Electricity Bill) आने से परेशान रहते हैं। इस उलझन में रहते हैं कि आखिर बिजली बिल (Bijli Bill) को कैसे कम किया जाए। हर महीने जैसे ही भारी-भरकम बिजली का बिल (Bijli Ka Bill) आता है तो उसके भारी-भरकम अमाउंट को देखकर हमारी टेंशन बढ़ जाती है।

हालांकि बिना बिजली के हमारा काम भी नहीं चल सकता। क्योंकि पंखा, फ्रिज, टीवी, हीटर, वाशिंग मशीन, कूलर, एसी जैसी तमाम रोजमर्रा की ऐसी चीजें हैं जिनके बिना हम नहीं रह सकते। इन सबके इस्तेमाल से ही हमारे घरों, प्रतिष्ठानों का बिजली का बिल ज्यादा आता है।

जिसे लेकर हम काफी परेशान होते हैं। हमें समझ नहीं आता कि बिजली का बिल कैसे कम करें, कहां कटौती करें ताकि बिल इतना ज्यादा न आये। हालांकि कई ऐसे छोटे-छोटे उपाय हैं, जिन्हें अपनाकर हम अपना बिजली का बिल कम कर सकते हैं। यहां आपको वो उपाय बताते हैं। वह तरीके, जिससे आप अपना इलेक्ट्रिसिटी बिल आसानी से आधा तक कर सकते हैं।

कैसे कम करें बिजली का बिल

– छत के पंखों के लिए नया इलेक्ट्रॉनिक रेगुलेटर लगवाएं। पुराना पंखा 75 वाट का होता था। अब नए तकनीक के बिजली बचाने वाले 35 वाट के पंखे भी मिलते हैं। ऐसे में पुराने पंखे बदले जा सकते हैं, क्योंकि पंखे दिनभर चलत हैं। आपको बता दें कि BEE की तरफ से 5 स्टार रेटेड पंखे काफी कम बिजली खाते हैं। ऐसे में हमें नई तकनीक के पंखों का ही इस्तेमाल करना चाहिये। जिससे बिजली की खपत आधी की जा सके।

– मोबाइल, लेपटॉप, कैमरे समेत बाकी चीजों के चार्जर के प्लग इस्तेमाल के बाद निकाल देने चाहिए, हम लोग अक्सर जल्दी में चार्जर लगा है छोड़ देते हैं।
– काम नहीं होने पर लाइटें बंद करने की आदत डालें। यह सबसे जरूूरी आदत होनी चाहिये। इससे भी बिजली की बचत काफी हद तक की जा सकती है।


– जिस जगह जरूरत हो वहीं पर लाइट जलायें। रात को सिर्फ टेबल लैंप जलायें।
– प्राकृतिक रोशनी का ज्यादा उपयोग करें। कमरे में हल्के शेड के कलर करायें। हल्के रंगों का उपयोग ही पर्दे आदि के लिए करें। इससे भी रोशनी पर फर्क पड़ता है।
– बल्ब, ट्यूब लाइट आदि सामानों की डस्टिंग (जमा धूल को साफ करना) नियमित करें। धूल के चलते लाइट कम मिलती है और इससे हमें ज्यादा लाइटें जलानी पड़ती हैं।
– पुराने बल्ब या ट्यूब लाइट की जगह LED का इस्तेमाल करें। एक 100 वाट के बल्ब से जितनी रोशनी मिलती है उतनी रोशनी केवल 15 वाट के LED बल्ब से मिल सकती है।
– पुराने कॉपर चोक की जगह नए इलेक्ट्रॉनिक चोक वाली या LED वाली ट्यूब लाइट का इस्तेमाल करें।
– इलेक्ट्रिकल केटल यानि पानी गर्म करने की केतली का उपयोग करते हों तो उसे नियमित साफ करें। साल्ट जमने पर केटल में ज्यादा बिजली खर्च होती है।
– इलेक्ट्रिक आयरन टेम्परेचर बढ़ने पर ऑटोमेटिक बंद होने वाली लें। गीले कपड़ों पर इस्त्री ना करें। आयरन करते समय कपड़ों पर ज्यादा पानी भी ना छिड़कें। इससे आयरन में बिजली ज्यादा खर्च होती है।

– फ्रिज को दीवार से एकदम सटा कर ना रखें, हवा लगने के लिए जगह छोड़ें।
– फ्रिज को बहुत कम टेम्परेचर पर सेट करके न रखें। इससे काफी ज्यादा बिजली खर्च होती है।
– फ्रिज के दरवाजे एयर टाइट होने चाहिए। दरवाजे की रबर पेकिंग खराब हो गई तो बदलवा लें, साथ ही गंदी हो तो गर्म पानी में धो लें।


– तरल सामग्री को ढककर रखें। बिना ढ़के तरल पदार्थ से नमी निकलती है, जो फ्रिज के कम्प्रेसर का काम बढ़ा देती है।
– फ्रिज का दरवाजा बार-बार ना खोलें। फ्रिज का दरवाजा बहुत देर तक अनावश्यक खोल कर भी न रखें।
– ज्यादा गर्म चीजें फ्रिज में न रखें। क्योंकि इससे बिजली की खपत बढ़ जाती है।
– फ्रिज को सीधी धूप, ओवन और चूल्हे आदि की गर्मी से दूर रखना चाहिए।
– फ्रिज में सामान इतना ही रखें कि अंदर हवा घूमने के लिए जगह बनी रहे।
– फ्रिज में बर्फ जमी हो तो उसे नियमित डिफ्रॉस्ट करते रहें। बर्फ जमने से फ्रिज पावर ज्यादा कंज्यूम करती है।
– वाशिंग मशीन में पूरे कपड़े धोयें। दो चार कपड़ों के लिए वाशिंग मशीन न चलायें। क्योंकि इससे फालतू की बिजली खर्च होती है।


– वाशिंग मशीन में पानी की उचित मात्रा का उपयोग करें।
– वाशिंग मशीन में टाइमर का प्रयोग करें। साथ ही वाशिंग पाउडर का उचित मात्रा में उपयोग करें।
– कपड़े इलेक्ट्रिक ड्रायर के बजाय प्राकृतिक रूप से सुखायें। इससे बिजली बचेगी और कपड़े भी शद्ध रहेंगे।
– एसी के साथ हल्का सा पंखा चला लेना चाहिए ताकि पूरे कमरे में ठंडी हवा फैल सके।

– एसी बहुत कम तापमान पर न चलायें। 25 डिग्री पर चलायें इससे कम खर्चे में सही तापमान मिलेगा।
– दरवाजे और खिड़की की पेकिंग अच्छे से होनी चाहिए।
– खिड़कियों पर पर्दे या सन फिल्म आदि लगाकर रखनी चाहिए। जिससे कूलिंग बढ़ सके।
– एसी के थर्मोस्टेट के पास लेम्प या टीवी आदि नहीं होने चाहिए। क्योंकि थर्मोस्टेट उनकी गर्मी सेन्स करता है और AC लगातार चलता रहता है।


– AC पर सीधे धूप नहीं गिरनी चाहिए। इससे छाया में रखे AC का बिल 10% कम आता है।
– एसी से निकलने वाले पानी का पाइप इस तरह छोड़ें कि उसमे पानी रुके नहीं।
– AC के फिल्टर को समय-समय पर साफ करना चाहिए। फिल्टर गंदा होने पर AC में बिजली की खपत बढ़ जाती है।
– अगर AC ज्यादा पुराना हो तो नया स्टार रेटेड AC खरीद लेना चाहिए। बिजली का बिल कम करके यह जल्दी ही इसकी भरपाई कर देगा।


– सेट टॉप बॉक्स, टीवी (TV), माइक्रोवेव, गीजर, AC आदि का प्लग लगा हो तो स्विच बंद होने पर भी ये बिजली खाते हैं। इनके स्विच बंद होने पर भी प्लग लगे होने से न्यूट्रल वायर के जरिये इलेक्ट्रिसिटी लेते रहते हैं। इसलिए इनके प्लग निकाल देने चाहिए। नहीं तो ये बिजली का बिल काफी बढ़ाते रहते हैं।

– गीजर हमेशा चालू न रखें। गीजर का टेम्परेचर अधिक पर भी सेट न करें। साथ ही हो सके तो गैस वाले गीजर का इस्तेमाल करें।
– कम्प्यूटर, टीवी, म्यूजिक सिस्टम आदि काम में नहीं रहे, तो पावर स्विच बंद कर दें, नहीं तो बिजली की खपत जारी रहेगी।
– अगर कंप्यूटर चालू रखना जरुरी हो तो मॉनिटर बंद कर दें।
– एनर्जी सेविंग मोड का उपयोग करें। इससे बहुत बिजली बचती है।
– कुछ लोग स्क्रीन सेवर को बिजली बचाने का साधन समझते हैैं लेकिन इससे सिर्फ स्क्रीन को बचाते हैं, बिजली नहीं ।


– कम्प्यूटर आदि को स्टार्ट और शट डाउन करने में एक्स्ट्रा बिजली नहीं लगती, ना इससे पार्ट्स पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए काम में नहीं होने पर शट डाउन (Shut down) कर दें।
– OTG की जगह माइक्रोवेव ओवन काम में लें। OTG में माइक्रोवेव से ज्यादा बिजली लगती है।
– इलेक्ट्रिक ओवन को बार-बार न खोलें। एक बार खोलने से तापमान 25 डिग्री तक कम हो जाता है।
– इलेक्ट्रिक तवा काम में ले रहे हों तो चपटे तले वाले बर्तन काम में लें। ताकि पूरा तवा काम आये।