मुजफ्फरपुर: हाथरस में युवती के साथ दुष्कर्म और उसके बाद पुलिस प्रशासन के रवैये को लेकर पूरे देश में उबाल है. हाथरस जिलाधिकारी और एसपी के रवैये से यूपी की योगी सरकार कटघरे में खड़ी हो गई है. वहीं, अब हाथ कांड को लेकर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ बिहार में परिवाद दायर किया गया है.


हाथरस में युवती के साथ गैंगरेप और जीभ काट कर उसकी हत्या करने के मामले में मुजफ्फरपुर के सीजेएम कोर्ट में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ यह परिवाद दायर किया गया है. परिवादी एम राजू नैय्यर का आरोप है कि हाथरस में दलित युवती के साथ गैंगरेप कर उसकी जीभ काट ली गई. यह अमानवीय घटना है. पीड़ित युवती की दिल्ली के अस्पताल में मौत होने के बाद परिजनों को युवती का शव नहीं सौपा गया. जबकि परिजनों ने अंतिम संस्कार करने की इच्छा जताई थी. लेकिन पुलिस ने जबरन उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया. इसकी सारी जवाबदेही यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की होती है.


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पीड़ित परिवार के साथ मारपीट का आरोप
दायर परिवाद में कहा गया है कि युवती का दाह संस्कार उसके घर वालों द्वारा हिन्दू रीतिरिवाज के साथ होना चाहिए था, लेकिन दलित युवती के घरवालों के विरोध करने पर उनके साथ मारपीट भी की गई. पीड़ित परिवार के साथ बर्बरता के कारण मुख्यमंत्री के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में परिवाद दायर किया गया है. इस मामले में सुनवाई की 9 अक्टूबर को की जाएगी.
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