छपराः बिहार के समस्तीपुर के मुफस्सिल थाना के दारोगा राणा रविरंजन प्रताप सिंह की हत्या कर दी गयी है. मूल रूप से सारण जिला के अवतारनगर थाना स्थित कोठिया नराव के निवासी छुट्टी में अपने घर आये हुए थे. शाम में सामान खरीदकर घर लौटे थे. इसके बाद दाढी बनाने घर से निकल जो वापस नहीं आये.


गायब होने के बाद उनका शव बुधवार को घर से करीब पांच किलोमीटर दूर डुमरी हाल्ट के पास खेत में मिला. डेड बॉडी पर कई गहरे जख्म मिले हैं. शव को देख कर बताया जा रहा है कि दारोगा की लोहे की रॉड से पीटकर हत्या की गई है. लोग प्यार से उन्हें मामाजी कह कर बुलाते थे. वह 2023 में सेवानिवृत्त होने वाले थे.
थाने में दर्ज हुई थी अपहरण की रिपोर्ट
दारोगी की मौत पर मुफस्सिल थानाध्यक्ष विक्रम आचार्य के साथ नगर थानाध्यक्ष अरुण कुमार राय, पुलिस एसोसिएशन के मंत्री वीरेन्द्र सिंह, विजय कुमार सिंह, डीपी सिंह आदि ने संवेदना व्यक्त की है. मृतक के पुत्र अमन प्रताप के बयान पर थाने में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. पुलिस मामले की तफ्तीश भी कर रही थी. इसी बीच बुधवार को डुमरी-जुअरा हाॅल्ट के समीप दारोगा का शव मिला.
घटनास्थल से हथियार बरामद
घटनास्थल के समीप से पुलिस ने खून से सना रॉड, हंसिया व जाली बरामद किया है. घटनास्थल गेहूं के खेत को देखकर लगता है कि कई अपराधियों ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया है. घटना की जानकारी मिलते ही डीआइजी मनु महाराज, एएसपी अंजनी कुमार, छपरा सदर के एसडीपीओ आदि ने मामले की जानकारी ली. घटनास्थल के बाद घटनास्थल पर थानाध्यक्ष अरविंद कुमार समेत कई थानों की पुलिस कैंप रही थी. गौरतलब है कि दारोगा के छोटे भाई गुड्डू सिंह की भी साल पहले हजारीबाग में अपराधियों ने हत्या कर दी थी.