हाजीपुर: केंद्र की मोदी सरकार ने नए कृषि कानून को पारित किया है जिसके विरोध में किसानों का आंदोलन अनवरत जारी है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे राज्यों के बॉर्डर पर पिछले 20 दिनों से किसान धरने पर बैठे हुए हैं. धरना पर पर बैठे किसानों के संदर्भ में नीतीश के मंत्री ने विवादित बयान दिया है.


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सोनपुर स्थित हरिहरनाथ मंदिर में पूजा करने पहुंचे बिहार सरकार के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने किसान आंदोलन के संबंध में सवाल पूछने पर मीडियाकर्मियों पर उल्टे भड़क गए. उन्होंने कहा कि आंदोलन तो है ही नहीं. अगर किसानों को कोई दिक्कत होती और वे आंदोलन करते तो देश में आग लग जाती.
खास जगह के लोग कर रहे विरोध
बीजेपी कोटे से कृषि मंत्री यहीं नहीं रुके बल्कि उल्टा मीडिया से ही सवाल पूछते हुए कहा कि देश में साढ़े पांच लाख गांव हैं, किस गांव के किसान आंदोलन कर रहे हैं? अगर किसान आंदोलन करते तो पूरे देश में आंदोलन होता. क्या सिर्फ हरियाणा-पंजाब में ही किसान हैं बिहार या दूसरे राज्यों में नहीं हैं ?
मंत्री ने बताया दलालों का आंदोलन
आंदोलन में शामिल किसानों पर हमला बोलते हुए कृषि मंत्री ने विवादित टिप्पणी कर दी. उन्होंने कहा कि दिल्ली के बॉर्डर पर 22 दिनों से चल रहा आंदोलन किसानों का नहीं दलालो का आंदोलन है. बता दें कि सत्ता पक्ष का आरोप है कि आंदोलन कर रहे लोग किसान नहीं हैं. असली किसान कृषि कानून के समर्थन में हैं.
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