पटनाः बिहार विधान सभा के आज चौथे दिन भी वाम दलो के द्वारा विधानसभा में बढ़ते अपराध और दागियों मंत्रियो के विरोध में प्रदर्शन किया. वाम दलों ने आरोप लगाया है कि नीतीश कैबिनेट में 18 मंत्री दागी है. बावजूद इसके सरकार अपनी पीठ थपथपा रही है.


माले के विधायक महबूब आलम ने आरोप लगाते हुए कहा कि मंत्री सैयद शहानवाज हुसैन ने विधान परिषद के चुनाव में दायर हलफनामा में महिला के साथ यौन शोषण के आरोप को छुपाया है. वहीं, अमिताभ दास के पत्र का हवाला देते हुए कहा कि मंत्री लेसी सिंह के पास हथियारों का जखीरा है ऐसे में कैसे इन दागी नेताओं को मंत्री बनाया गया है. जिस तरह से मेवालाल को शपथ लेने के कुछ दिनों बाद इस्तीफा दिलवाया गया था उसी तरह दागियों को मंत्रीमंडल से बाहर का रास्ता दिखाया जाए.
मंत्री का माले विधायक पर पलटवार
हालांकि, माले विधायक के आरोपों पर श्रम मंत्री जीवेश मिश्रा ने पलटवार किया है. उनका कहना है कि नामांकन फार्म निकाल लें. अगर उनपर किसी प्रकार का कोई दाग है तो उसका पहले प्रदर्शन करें. उन सारे विधायकों की छुट्टी कर दे और फिर ताकत के साथ आकर बिहार विधानसभा में इस विषय को उठायें.
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मंत्री जीवेश मिश्रा ने आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव पर तंज कसते हुए कहा कि जिनके विधायक और नेता खुद दागी होने के कारण जेल में बंद है वे दूसरे को दागी बोल रहे हैं. दूसरो पर आरोप लगाना आसान है. मंत्री ने स्पष्ट करते हुए कहा कि एनडीए के किसी भी नेता ने नहीं छुपाया है. वहीं, जनसंख्या नियंत्रण पर अपनी राय रखते हुए कहा कि बिहार में इस पर कानून बनना चाहिए.