पटनाः जनता दल यूनाइटेड ने इस बार चुनाव में अलग रणनीति अपना रही है. पार्टी किसी भी दागी विधायक को टिकट नहीं देने का फैसला लिया है. इस कारण कई विधायकों के टिकट पर संशय के बादल मंडरा रहे हैं. वहीं, पहली लिस्ट में आपराधिक छवि वाले अपराधी का टिकट कट गया है जो आपराधिक मामलों में बेल पर चल रहे हैं या फिर फरार हैं.


जेडीयू प्रवक्ता अंजुम आरा को डुमरांव से टिकट मिला है. वर्तमान विधायक ददन यादव का जेडीयू ने टिकट काट दिया है. वहीं, मरपुर विधानसभा से जनार्दन मांझी की जगह उनके पुत्र जयंत कुशवाहा को टिकट मिला है. दोनों विधायक का ट्रैक रिकार्ड देखते हुए इस बार टिकट से वंचित रखा गया है. वहीं, अब संशय के बादल गोपालगंज के बाहुबली विधायक अमरेंद्र पांडेय पर मंडराने लगा है.


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वशिष्ठ नारायण सिंह के साथ हुई थी मुलाकात
इससे पहले रविवार को प्रदेश जेडीयू अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के आवास पर डुमरांव के जदयू विधायक ददन पहलवान और गोपालगंज विधायक अमरेंद्र पांडेय ने अपना पक्ष रखा था. कल रात जदयू प्रदेश अध्यक्ष के वकील भी बुलाये गए थे. पार्टी ने आपराधिक छवि वालों को छांटने के लिए नया नियम लागू किया है. जिसमें जिन प्रत्याशियों पर कोई मामला दर्ज होगा उन्हें स्क्रीनिंग कमेटी को शपथ पत्र देना होगा और वकील ऐसे शपथ पत्रों की पड़ताल करेंगे जिससे चुनाव आयोगको किसी पर्चा पर कोई आपत्ति न हो.
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