पटना: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी की समीक्षा के लिए मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा गुरुवार को राजधानी पटना आए थे. इस दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि अगर चुनाव के दौरान किसी सोशल मीडिया पोस्ट से सांप्रदायिक और जातिगत हिंसा को बढ़ावा दिए जाने की “प्रमाणिक रिपोर्ट” मिलती है, तो आयोग उस पर सख्त कार्रवाई करेगा. उन्होंने कहा कि आयोग कोविड-19 महामारी के दौरान स्वतंत्र, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और सुरक्षित मतदान कराने के लिए प्रतिबद्ध है.


साथ ही उन्होंने कहा कि हमने पहले ही अपनी बातचीत में यह स्पष्ट कर दिया है कि हम चाहते हैं कि सोशल मीडिया आयोग के साथ सहयोग करे. उन्होंने कहा कि अगर हमें कही से भी सोशल मीडिया में शरारत की जानकारी मिलती है और उसकी रिपोर्ट से सांप्रदायिक और जातिगत हिंसा को बढ़ावा मिल सकता है तो आयोग उस पर सख्त कार्रवाई करेगा.


निर्वाचन आयोग की टीम ने की समीक्षा
बिहार के तीन दिवसीय दौरे पर आई निर्वाचन आयोग की सात सदस्यीय टीम का नेतृत्व करने वाले अरोड़ा ने विधानसभा चुनावों की तैयारियों की समीक्षा की. इसके बाद उन्होंने गुरूवार को पटना में पत्रकारों से बात की. यात्रा के दौरान, आयोग की टीम ने राजनीतिक दलों के शिष्टमंडलों के साथ मुलाकात करने के साथ प्रदेश के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के अलावा राज्य के मुख्य सचिव दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक एसके सिंघल, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत के साथ बैठक कर महामारी के बीच चुनाव से संबंधित तैयारियों की समीक्षा की.
तीन चरणों में होगी वोटिंग
बता दें कि बिहार में तीन चरणों में वोट डाले जाएंगे. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने तारीखों का ऐलान करते हुए कहा था कि बिहार में चुनाव 3 चरण में होगा. पहला चरण 28 अक्टूबर को 71 विधानसभा सीट के लिए कराया जाएगा. वहीं, दूसरा चरण 03 नवंबर को 94 विधानसभा सीट और तीसरा चरण 07 नवंबर को 78 विधानसभा सीट के लिए चुनाव होगा. जिसके बाद 10 नवंबर को मतगणना की तारीख तय की गयी है. चुनाव तिथियों का ऐलान होने के साथ ही प्रदेश में आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गई है.
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