पटनाः बीजेपी के सीनियर लीडर और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के अधिकारियों को बांस से मारने वाला बयान ने सियासत को गरमा दिया है. इस पर सूबे के मुखिया नीतीश कुमार ने कहा है कि पिटाई शब्द कहीं से न्यायोचित है क्या, इस शब्द का इस्तेमाल करना क्या सही है. इसका जवाब वही देंगे.


बेगूसराय सांसद गिरिराज सिंह ने कहा था कि जो अधिकारी नहीं सुनते हैं तो उन्हें बांस से मारो. इस पर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि इसका जवाब वही ज्यादा अच्छे से देंगे. दरअसल, सीएम पटना के राजाबाजार में ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में हिस्सा लेकर बाहर निकल रहे थे इस दौरान मीडिया कर्मियों ने इस बारे में सवाल पूछा.
अधिकारियों पर गिरिराज का पारा गरम
बता दें कि गिरिराज सिंह से बेगूसराय के खोदावंदपुर कृषि अनुसंधान केंद्र की कृषि संगोष्ठी में शनिवार एक व्यक्ति ने CO की शिकायत की. उस शख्स ने एक छोटे से पन्ने पर अपनी शिकायत लिखकर गिरिराज सिंह को दी. मंच पर बोलने पहुंचे गिरिराज ने भाषण के दौरान ही अधिकारियों को बांस से मारने की सलाह जनता को दे दी.
लोकतंत्र में जनता के अधीन अधिकारी
गिरिराज सिंह ने कहा – आप मालिक हैं. लोकतंत्र में सांसद, विधायक, एसडीओ, डीडीसी आपके अधीन हैं. आप अपनी अच्छी बात लेकर जाएं. यह बात गिरिराज को कहने की जरूरत नहीं है. यह आपका अधिकार है. अगर आपके अधिकार का हनन होता है तो गिरिराज आपके साथ खड़ा है. क्योंकि आपने मुझे सांसद बनाया है, आपने किसी को विधायक बनाया है. आपने किसी को जिला पार्षद बनाया है.
जनता के बल पर विधायक-एमपी
जनता को संबोधित करते हुए गिरिराज ने आगे कहा, आपके बल पर कोई मुखिया है. मुखिया, विधायक, सासंद के बल पर आप नहीं, यह ध्यान रखिए. इसलिए मनोबल को ऊंचा रखिए. लोग कहते हैं हमें की करिये देखू न सुनबे नै करै छै…नै सुनै छै त दू हाथ बांस से लेकअ मारू नै. नै सुनै छै…नै सुनै छै शब्द हम नहीं सुनना चाहते हैं.