प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राज्यसभा में भावुक होकर रो पड़े.पीएम ने राज्यसभा में कांग्रेस नेता गुलाम नबी की खूब तारीफ की और उन्हें अपना मित्र बताया. राज्यसभा में संबोधन के दौरान गुलाम नबी के साथ अपने पुराने दिनों को याद करते हुए पीएम सदन में ही रो पड़े.


पीएम सदन में पुराने फोन कॉल को याद कर भावुक हो गए और उन्होंने पूरी कहानी सदन को सुनाई. उन्होंने जम्मू-कश्मीर में हुई एक आतंकी घटना का जिक्र किया और याद किया कि किस तरह गुलाम नबी आजाद बार-बार वहां का हालचाल ले रहे थे.
रिटायर्ड हो गए गुलाम नबी आजाद
बता दें कि आज सदन कांग्रेस के राज्यसभा सांसद गुलाम नबी आजाद के रिटायर होने पर भाषण देते हुए पीएम ने कहा कि एक बार गुजरात के यात्रियों पर जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों ने हमला कर दिया,जिसमें क़रीब 8 लोग मारे गए थे. सबसे पहले गुलाम नबी जी का मुझे फोन आया, वो फोन सिर्फ सूचना देने का नहीं था.ये कहते हुए पीएम मोदी के आंसू रूक नहीं रहे थे.
सदन को आपकी जरूरत है-रामदास अठावले
वहीं केंद्रीय राज्य मंत्री और आरपीआई नेता रामदास अठावले ने कांग्रेस के राज्यसभा सांसद गुलाम नबी आजाद को रिटायर करने के लिए विदाई के दौरान कहा कि आपको सदन में वापस आना चाहिए. अगर कांग्रेस आपको वापस नहीं लाती है, तो, हम इसे करने के लिए तैयार हैं. इस सदन को आपकी जरूरत है.
हिन्दुस्तानी मुसलमान होने पर है फक्र
राज्यसभा में अपने विदाई समारोह के दौरान गुलाम नबी आजाद ने कहा कि ‘हमें हिन्दुस्तानी मुसलमान होने पर फक्र है. मैं उन खुशनसीब लोगों में से हूं जो कभी पाकिस्तान नहीं गया. सच बताएं सर, मेरे माता-पिता की जब मृत्यु हुई तो मेरे आंखों से आंसू निकले लेकिन मैं चिल्लाया नहीं लेकिन जब मैं चिल्लाया वह थी संजय गांधी की मौत, इंदिरा गांधी की मौत और राजीव गांधी की मौत. उन्होंने आगे कहा कि चिल्लाकर रोया जब वह आतंकी हमला हुआ, जिसका उल्लेख पीएम मोदी ने किया.
पहले भी कई दफा रो चुके हैं मोदी
इससे पहले वर्ष 2014 में जब नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुना गया था, तो वे भावुक होकर रो पड़े थे और कहा था कि मैं अपनी मां की सेवा के लिए आया हूं. इसके अलावा भी प्रधानमंत्री अपने संबोधन में संसद और संसद के बाहर भावुक हो चुके हैं.वे कोरोना काल में उन हेल्थवर्कर्स को याद करके भी रो चुके हैं, जिन्होंने आपनी जान गंवा दी थी. नरेंद्र मोदी ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो कई बार भावुक हुए हैं और अपने आंसुओं को रोक नहीं पाए हैं. बता दें कि वे फेसबुक के मुख्यालय में भी अपनी मां को याद करके रो चुके हैं.