पटनाः बिहार में चुनाव से पहले एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं है. नीतीश कुमार के मॉडल पर सवाल खड़ा करने वाले लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान पर अंकुश लगाने के लिए जेडीयू ने हम पार्टी को अपने पाले में किया है. नीतीश कुमार के इस प्लान का असर भी दिखना शुरू हो गया है. चिराग के खिलाफ नीतीश कुमार की दलित पॉलिटिक्स की रणनीति काम करती दिख रही है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी के नेता अब खुल कर नीतीश कुमार के लिए बैटिंग कर रहे हैं.


चिराग पासवान पर हम हुआ हमलावर
हम पार्टी के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने एलजेपी के हमला बोला है. उनका कहना है, “हमारे एनडीए में आने से कौन नाराज है? कौन खुश है? इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है. हमारा एजेंडा साफ है कि हम नीतीश कुमार के हाथों को मजबूत करने आएं हैं, हम सीट शेयरिंग में कोई हिस्सेदारी नहीं मांग रहे हैं. अगर नीतीश कुमार के खिलाफ चिराग पासवान भी जुबान खोलेंगे, हमें भी जुबान खोलना पड़ेगा.”
लोजपा को हम की नसीहत
दानिश रिजवान ने स्पष्ट करते हुए कहा कि, “अगर चिराग पासवान यह धमकी दे रहे हैं कि जेडीयू के उम्मीदवारों के खिलाफ वो अपने उम्मीदवार खड़ा करेंगे, तो उनकी सीटों पर हम भी आपने कैंडिडेट्स खड़ा करेंगे. इसलिए अनुरोध है कि अगर एनडीए में हैं, तो अपने वजूद और हक-हकूक के साथ रहें. अगर धमकी देंगे तो हम धमकी बर्दाश्त करने वाले नहीं हैं.”


चिराग के निशाने पर हैं सीएम नीतीश कुमार
गौरतलब है कि लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान के निशाने पर लगातार सीएम नीतीश कुमार है. दलित वोटबैंक और बिहार विधानसभा चुनाव में अधिक सीट के लिए प्रेशर पॉलिटिक्स जोरो पर है. चिराग एनडीए का हिस्सा होने के बाद भी सीएम नीतीश कुमार की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर रहे हैं. हालांकि बीजेपी के साथ उनका रवैया दोस्ताना ही है. लोजपा का कहना है कि जरूरत पड़ने पर विधानसभा चुनाव में जेडीयू के सीट पर भी अपने उम्मीदवार खड़ा कर सकता है. इन बातों पर भले ही नीतीश कुमार ने बयान नहीं दिया हो लेकिन मांझी को चिराग पासवान के आगे कर लोजपा के हर सवाल का जवाब दे रहे हैं.
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