पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में जेडीयू के खराब प्रदर्शन से पार्टी को मात्र 43 सीटों पर संतोष करना पड़ा. पार्टी बिहार में तीसरे नंबर की पार्टी बनकर रह गई है. नये प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने हार के बाद पार्टी में भारी फेरबदल का इशारा किया है. हार के लिए जिम्मेवार लोगों पर कार्रवाई करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.


मीडिया से बातचीत में जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा है कि संगठन में भारी फेरबदल किया जायेगा. इसके लिए संगठन स्तर पर काम जारी है. ऐसे भी खबर मिल रही है कि तीन दर्जन जेडीयू के जिलाध्यक्षों पर गाज गिरेगी. जेडीयू संगठन के हिसाब से 51 जिले हैं, जिसमें से लगभग तीन दर्जन से ज़्यादा जिलाध्यक्षों पर कार्रवाई होगी और उनसे जिलाध्यक्ष की कुर्सी छिन ली जाएगी.
संदेह के घेरे में जिलाध्यक्षों की भूमिका
चुनाव परिणाम के बाद से ही जेडीयू शीर्ष नेतृत्व ने लगातार फीडबैक लिया है. जिसके मुताबिक बड़े पैमाने पर जिलाध्यक्षों की भूमिका संदेह के घेरे में है. चुनाव से पहले जमीनी हकीकत क्या है, इसका आंकलन समय रहते पार्टी को नहीं दिया गया. इसके साथ ही जिलाध्यक्षों की निष्ठा भी पार्टी के प्रति ईमानदार नहीं दिखी थी. रिपोर्ट में इन बातों के सामने आने के बाद से ही पार्टी फेरबदल की तैयारी में जुटी है.
बड़े पैमाने पर संगठन में फेरबदल
चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद नीतीश कुमार ने लव-कुश समीकरण(आधार वोट बैंक) को मजबूत रखने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह और प्रदेश अध्यक्ष के उमेश कुशवाहा को बनाया. पार्टी में जान फूंकने के लिए बड़े पैमाने पर संगठन में भी फेरबदल की जायेगी. लव-कुश समीकरण के साथ साथ जेडीयू के लिए भविषय के लिए फायदेमंद समीकरण को ध्यान में रखते हुए हर समाज के लोगों को जगह देने की तैयारी मं है.
उमेश कुशवाहा ने किया इशारा
जेडियू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने एक मीडिया संस्थान से बातचीत में साफ-साफ इशारा किया कि संगठन में बड़े पैमाने पर फेरबदल होगा. इसकी समीक्षा लगातार की जा रही है और बहुत जल्द इसकी घोषणा भी कर दी जाएगी.इसके साथ ही उमेश कुशवाहा ने कहा कि संगठन में ऊर्जावान, युवा और पकड़ वाले नेताओं को प्राथमिकता दी जाएगी. साथ ही जातीय समीकरण का भी पूरा ख्याल रखा जाएगा.