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न्यूज़ डेस्क: शुक्रवार 22 जुलाई 2022 को पटना के जय प्रकाश नारायण हवाईअड्डा (पटना एयरपोर्ट) से ऐसी खबर सामने आई जिससे पूरे Airport पर हड़कम्प मच गया। जब असलियत पता चली तो हर कोई माथा पिटने लगा।

दरसल, जय प्रकाश नारायण हवाईअड्डा (पटना एयरपोर्ट) पर दिल्ली जा रही इंडिगो की उड़ान में गुरुवार को बम की अफवाह मामले में एयरपोर्ट थाना पुलिस ने सनहा दर्ज किया है। इसमें गुरुप्रीत सिंह और उनके बेटे ऋषिचंद सिंह बेदी को नामित किया गया है। लेकिन कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है। दिल्ली निवासी सिंह परिवार से रात भर पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।

फिलहाल बम की अफवाह उड़ाने वाले बेटे ऋषिचंद सिंह बेदी को इलाज के लिए पटना के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सिटी एसपी अम्बरीश राहुल ने बताया कि प्राथमिक जांच में ऋषिचंद की मानसिक हालत ठीक नहीं पाई गई है, जिसके कारण कार्रवाई को लेकर फिलहाल विचार किया जा रहा है।

उधर इंडिगो की उड़ान संख्या 6इ-2126 के 60 यात्रियों को शुक्रवार की सुबह 9.15 बजे उसी उड़ान से दिल्ली रवाना कर दिया गया। गुरुवार की रात इस उड़ान में 134 यात्री सवार थे। अन्य यात्रियों ने अपना टिकट रद्द करवा लिया था।

पुलिस अधिकारी के मुताबिक पूछताछ में पिता गुरप्रीत सिंह ने बताया है कि ऋषिचंद सिंह बेदी की मानसिक हालत ठीक नहीं है। उसका इलाज चल रहा है। वह हाजीपुर में काम कर रहा था। ऋषिचंद को वापस दिल्ली ले जाने के लिए वे आए थे। दिल्ली नहीं जा सके इसलिए उसने उड़ान में बम की बात कही थी।

पिता ने अधिकारियों के सामने बेटे के इलाज का दस्तावेज भी प्रस्तुत किए। जिसके बाद एयरपोर्ट पर सिंह परिवार से छह घंटे की पूछताछ के बाद तड़के करीब साढ़े तीन बजे ऋषिचंद को इलाज के लिए पारस अस्पताल भेजा गया। 

पटना एयरपोर्ट पर उड़ान संख्या 6इ-2126 गुरुवार की रात 8.20 बजे उड़ान भरने वाली थी। दिल्ली निवासी गुरप्रीत सिंह, पत्नी परमजीत कौर और बेटे ऋषिचंद सिंह बेदी ने इस उड़ान का टिकट करा रखा था।

गुरुप्रीत सिंह सेना से सेवानिवृत हैं। फ्लाइट में चढ़ने के दौरान पिता से बहस के दौरान 24 वर्षीय बेटे ऋषिचंद ने बैग में बम हेने की बात कही थी। विमान में बम होने की सूचना पर यात्रियों में हड़कंप मच गया था। बाद में इंडिगो एयरलाइंस के कर्मियों ने रात करीब नौ बजे इसकी सूचना एयरपोर्ट पर सीआइएसएफ कंट्रोल रूम को दी थी।

इसकी सूचना के बाद एयरपोर्ट अधिकारी सक्रिय हो गए। एटीएस व स्पेशल ब्रांच के जवान सहित बम निरोधक और स्वान दस्ता ने एयरपोर्ट पर जांच शुरू कर दी थी। एयरपोर्ट निदेशक अंचल प्रकाश ने बताया कि एयरपोर्ट पर बम थ्रेट असेसमेंट कमेटी (बीटीएसी) का गठन किया गया था।

यात्रियों और उनके सामान को विमान से उतार उसकी गहन जांच की गई थी। लेकिन कोई बम नहीं मिला था। जांच में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिलने पर बम की सूचना को झूठा करार दे दिया गया था। बम नहीं मिलने पर एयरपोर्ट अधिकारियों ने राहत की सांस ली थी और सिंह परिवार को हिरासत में ले लिया गया था।