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न्यूज़ डेस्क: बिहार वासियों के लिए एक बड़ी ख़ुशख़बरी पटना मेट्रो बिहार वासियों के लिए बड़ी ख़ुशख़बरी: मेट्रो के दोनों कारिडोर 32.50 किमी होंगे लंबे साथ ही 26 स्टेशन से पकड़ी जा सकेगी मेट्रो।

मालूम हो कि पटना मेट्रो का काम तेजी से चल रहा है । निर्माण कर रही एजेंसी दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन (डीएमआरसी) के एमडी विकास कुमार ने शुक्रवार को पटना का दौरा किया। उन्होंने पटना मेट्रो रेल परियोजना की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने पटना मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड के एमडी सह नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर से भी मुलाकात की और पटना मेट्रो निर्माण से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान खास कर जाइका फंड टाइअप, निजी भूमि का अधिग्रहण एवं अन्य फंड से संबंधित मुद्दों पर विशेष चर्चा की गई। बता दें कि मेट्रो के दोनों कारिडोर की कुल लंबाई 32.50 किलोमीटर होगी। वहीं कुल 26 स्टेशन होंगे। 

एमडी आनंद किशोर ने आश्वासन देते हुए कहा कि डिपो की भूमि इस वर्ष जल्द से जल्द उपलब्ध करा दी जाएगी। जाइका फंड टाइअप के लिए अध्ययन समूह के साथ नियमित बैठक और चर्चा जारी है। इसको लेकर जाइका के साथ बातचीत की प्रक्रिया एडवांस स्टेज में है। मार्च, 2023 तक ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है। बैठक में पटना मेट्रो के भूमिगत खंड के समय पर निर्माण किये जाने पर ध्यान केंद्रित करने पर भी जोर दिया गया।

पाटलिपुत्र बस स्टैंड के पास बनाया जाना है मेट्रो डिपो

पटना मेट्रो के निर्माण कार्य के लिए DMRC के साथ सितंबर 2019 में एमओयू पर हस्ताक्षर हुआ था। पटना मेट्रो के दोनों कारिडोर की कुल लंबाई 32.50 किलोमीटर है। इसमें कुल 26 स्टेशन होंगे जिसमें 13 स्टेशन एलिवेटेड जबकि 13 स्टेशन भूमिगत होंगे।

पहले चरण में मलाही पकड़ी से पाटलिपुत्र बस टर्मिनल तक करीब 6.1 किलोमीटर लंबे पटना मेट्रो का निर्माण कार्य प्राथमिकता से किया जा रहा है। इस खंड में पांच एलिवेटेड स्टेशन होंगे जिनमें पाटलिपुत्र बस टर्मिनल, भूतनाथ, खेमनीचक और मलाही पकड़ी स्टेशन शामिल है। पटना मेट्रो प्रोजेक्ट का एकमात्र डिपो पाटलिपुत्र बस टर्मिनल के पास बनाया जाना है, जिसके लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।