पटनाः बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद एक बार फिर एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स और बिहार इलेक्शन वॉच ने चौकाने वाला रिपोर्ट जारी किया है. बिहार कैबिनेट में शामिल 64 फ़ीसदी मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. लेकिन अगर गंभीर आपराधिक मामलों की बात करें तो 50 फ़ीसदी मंत्री यानी लगभग 14 मंत्रियों पर गंभीर आपराधिक मामले हैं.


बिहार सरकार में मुख्यमंत्री सहित कुल 31 मंत्री है जिसमें से 28 मंत्रियों के हलफनामा के आधार पर सर्वेक्षण हुआ तो पता चला की 28 में से 14 मंत्रियों पर गम्भीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. इन गम्भीर मामलों में हत्या, हत्या के लिए प्रयास करना, अवैध हथियार रखना, लूट और जमीन कब्जा शामिल है.
57 फीसदी बीजेपी के मंत्री
एडीआर के कॉन्वेनर राजीव कुमार ने बताया कि आपराधिक मामलों के पैमाने पर बीजेपी के 57 फीसदी और जेडीयू के 27 फ़ीसदी मंत्रियों के ऊपर गंभीर अपराधिक मामले हैं. हम और वीआईपी के मंत्रियों के ऊपर भी गंभीर अपराधिक मामले दर्ज हैं.
जमा खान पर हैं गंभीर आरोप
मोहम्मद जमा खान को लेकर जो जानकारी सामने आई है वह चौंकाने वाली है. कैबिनेट में दागियों के शामिल होने पर नीतीश कुमार खुद बेहद गंभीर रहे हैं. कैबिनेट में स्वच्छ छवि वाले चेहरों को ही शामिल करने की परंपरा उन्होंने बरकरार रखी है, लेकिन मोहम्मद जमा खान के ऊपर कई अपराधिक मामले दर्ज हैं. कई मामलों में कोर्ट ने उनके खिलाफ संज्ञान में ले रखा है.


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खुद विधानसभा चुनाव में जमा खान की तरफ से जो शपथ पत्र दिया गया है उसके मुताबिक उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 323, 324, 307 के तहत मामले दर्ज हैं. हत्या की कोशिश जैसा 307 का गंभीर मुकदमा उनके ऊपर है और साथ ही साथ आर्म्स एक्ट के मामले में उनके खिलाफ संज्ञान भी लिया जा चुका है. जमा खान खुद अपनी एफिडेविट में इसकी चर्चा की है.


आरजेडी ने सीएम से पूछे तीखे सवाल
एडीआर की रिपोर्ट सामने आने पर आरजेडी ने सीएम नीतीश कुमार पर जोरदार हमला किया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जनता से किया हुआ वादा भी याद दिलाया है. आरजेडी प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि नीतीश ने खुद ही कहा था की वो क्राइम से समझौता नहीं करते है. लेकिन ये कैसा कैबिनेट है जहां 50 % मंत्री पर गंभीर आरोप दर्ज है.