पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव के तारीखों का ऐलान कर दिया गया है. उपेंद्र कुशवाहा ने जहां, थर्ड फ्रंट बनाकर बिहार को तीसरा सीएम चेहरा दे दिया है. वहीं, अब उनके पार्टी में लगातार आरजेडी सेंध लगाती जा रही है. प्रदेश अध्यक्ष भूदेव चौधरी और कार्यकारी अध्यक्ष मोहम्मद कामरान के आरएलएसपी छोड़ने के बाद अब आरएलएसपी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव माधव आनंद ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.


आरएलएसपी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव को उपेंद्र कुशवाहा का दाहिना हाथ माना जाता थआ. माधव आनंद कल देर रात अंधेरे में राबड़ी आवास में तेजस्वी यादव से मिलने पहुंचे थे. इस मुलाकात के संबंध में माधव आनंद ने निजी मुलाकात बताया था.पार्टी छोड़ने के बाद आनंद माधव ने कहा कि रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा पर निशाना साधा है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कुशवाहा ने सिर्फ उनका इस्तेमाल किया है. माधव आनंद ने पद और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए कहा कि बिहार की बेहतरी का एजेंडा रालोसपा में रहकर पूरा नहीं हो सकता.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुशवाहा के साथ थे माधव
बता दें कि मंगलवार को उपेंद्र कुशवाहा ने महागठबंधन को छोड़ बसपा से गठबंधन किया था. मौर्या होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कुशवाहा ने इसका ऐलान किया था. माधव आंनद कल प्रेस कॉन्फ्रेस के समय उपेंद्र के बगल में बैठे थे. जबकि रात में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात हुई. दोनों नेताओं के बीच करीब पांच घंटे तक मुलाकात चली. वहीं, आज उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा को छोड़, आरजेडी का दामन थाम लिया.


तीसरे मोर्चे के सीएम कैंडिडेट हैं कुशवाहा
इधर, सुबह होते ही उपेंद्र कुशवाहा को एक और झटका लग गया. आरएलएसपी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव और उपेंद्र कुशवाहा के सबसे खास माधव आनंद ने पार्टी छोड़ दिया है. माधव आंनद कल महागठबंधन छोड़ बसपा के साथ नया मोर्चा बनाने के ऐलान के वक्त तक उपेंद्र के बगल में बैठे थे, जबकि रात में उनकी तेजस्वी से मुलाकात हुई और सुबह उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा को छोड़ दिया.