नई दिल्लीः किसान आंदोलन के बीच सिंघु बॉर्डर पर शुक्रवार को बवाल हो गया है. दोपहर करीब 1 बजे नरेला की तरफ से आए लोगों ने धरनास्थल पर रह रहे किसानों से जगह खाली करने की मांग की. नारेबाजी करते हुए किसानों से बॉर्डर खाली करने की बात करते हुए कहा कि आंदोलन के चलते लोगों के कारोबार ठप हो रहा है.


जानकारी के मुताबिक करीब 1.45 बजे ये लोग किसानों के टेंट तक पहुंच गए. और उनकी जरूरत के सामान तोड़ दिए। इसके बाद किसानों और नारेबाजी कर रहे लोगों के बीच झड़प शुरू हो गई. दोनों ओर से पथराव भी हुआ. बीच-बचाव करने पहुंची पुलिस को स्थिति बिगड़ते देख लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े. झड़प में 5 पुलिसवाले भी घायल हो गए. अलीपुर थाने के SHO भी तलवार से हुए हमले में घायल बताये जा रहे हैं.
लाठी-डंडे से किसानों पर हमला
खुद को स्थानीय गांव के निवासी बताने वाले आंदोलनकारी लाठी और डंडों से किसानों पर वार करने लगे. जिस पर किसानों ने भी वार का पलटवार किया. बाद में आंदोलनकारियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिसके कारण किसानों ने भी पत्थरबाजी की. इस पत्थरबाजी में कई पुलिस अफसर घायल हो गए. इसके बाद पुलिस ने आंदोलनकारियों पर लाठीचार्ज शुरू कर दिया.
कल भी हुआ था विरोध
बता दें कि गुरुवार को भी स्थानीय लोगों ने सिंघु बॉर्डर पर धरने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था. लोगों ने खुद को हिंदू सेना का बताते हुए कहा था कि लाल किले पर तिरंगे का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे. हालांकि कल पुलिस ने इनको वहां से खदेड़ दिया था. उसके बाद गाजीपुर में भी स्थानीय लोग किसानों के धरने के खिलाफ प्रदर्शन करने पहुंचे थे. लेकिन मौके पर मौजूद भारी पुलिस बल ने उन्हें किसानों तक नहीं पहुंचने दिया था.