नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार से कहा है दूसरे राज्य से लोगों को हर हाल में बिहार लाना होगा. उन्होंने कहा कि अब जब केंद्र सरकार ने हमारी लगातार माँग और जन दबाव के आलोक में नीतिगत फ़ैसला लेते हुए बाहर फँसे हुए मज़दूरों और बच्चों को लाने की अनुमति दे दी है तो बिहार सरकार को अविलंब बिना किंतु-परन्तु अप्रवासी बिहारी श्रमवीरों को बिहार लाने की तत्काल व्यवस्था में युद्धस्तर पर लग जाना चाहिए.


सरकार से आग्रह करूँगा की देश के हरेक कोने कश्मीर से केरल और असम से लेकर गुजरात में फँसे हुए प्रत्येक बिहारी को सकुशल और ससम्मान उनके घर तक पहुँचाना कर्तव्य के साथ ज़िम्मेदारी भी है. चूँकि ये ग़रीब मज़दूर वर्ग के लोग हैं तो पूर्व की भाँति इनके साथ कोई बदइंतज़ामी नहीं होनी चाहिए.
बाहर फँसे मज़दूरों के स्वास्थ्य सुरक्षा संबंधित सभी मानकों का अनुपालन करते हुए उनकी यात्रा, भोजन और राशन का उचित प्रबंध कर सभी की सकुशल वापसी अवश्य सुनिश्चित करें.आशा है अब बिहार सरकार संसाधनों का रोना नहीं रोकर, गृह मंत्रालय के निर्देशों के आलोक में केंद्र और संबंधित राज्य सरकारों से समन्वय स्थापित कर उनके लिए तुरंत बसों का प्रबंध कर वापस बुला लेगी.
इन सभी बिहारवासियों को प्रस्थान से पहले चिकित्सीय परीक्षण और बिहार आगमन पर पुनः स्वास्थ्य जाँच, इलाज़ और अच्छे क्वॉरंटीन केंद्रों में की क्वॉरंटीन की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए.
बिहार सरकार बिना कोई बहाना किए बाहर फँसे मज़दूरों की यात्रा, भोजन और राशन का उचित प्रबंध कर सभी की सकुशल वापसी सुनिश्चित करें. आशा है अब बिहार सरकार संसाधनों का रोना नहीं रोकर, गृह मंत्रालय के निर्देशों के आलोक में केंद्र और संबंधित राज्य सरकारों से समन्वय स्थापित कर उनके लिए तुरंत बसों का प्रबंध कर वापस बुला लेगी.
केंद्र सरकार ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि अब यह राज्य सरकार से राज्य सरकार का मसला है. अधिकांश राज्यों में भाजपा शासित सरकारें है. बिहार की ड़बल इंजन सरकार अब अविलंब सभी को वापस लेकर आयें.