पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव में सभी को चौकाते हुए महागठबंधन के समीकरण को तहस-नहस करने वाली तीसरे गठबंधन का एआईएमआईएम दल को बिहार में झटका लग सकता है. असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन मुस्लिम के सभी पांच विधायकों ने एकसाथ सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की है.


अणे मार्ग स्थित सीएम हाऊस में अचानक हुई इस मीटिंग के बाद से ही बिहार में सियासी कयासबाजी तेज हो गई है. सियासी गलियारों में हलचल मची हुई है कि क्या AIMIM के विधायक जेडीयू में जाएंगे? हालांकि प्रदेश अध्यक्ष अख़्तरुल ईमान ने सीएम से मुलाकात के बाद स्पष्ट किया है कि हमारे विधायक सीमांचल के विकास के लिए मुलाक़ात करने गए थे.
विधायकों की संख्या बढ़ा रही जेडीयू
सियासी पंडितों का मानना है कि ये सभी विधायक जल्द ही पाला बदलकर जेडीयू का दामन थाम सकते हैं. हालांकि विधायक बार-बार इस बात से इनकार कर रहे हैं. सीएम से मुलाकात के बाद उठ रहे सवाल को इस वजह से बल मिल रहा है कि इससे पहले जमा खां भी इसी तरह नकारते हुए नीतीश का दामन थाम चुके हैं. मात्र 43 सीट पर सिमटने वाली जेडीयू दूसरे दलों के विधायकों को तोड़ कर अपना कुनबा बढ़ाने की कोशिश में जुटे हैं.
ओवैसी के हैं 5 विधायक
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में ओवैसी के उम्मीदवारों ने सभी पार्टियों को चौकाते हुए 5 सीटें जीत ली थीं. अमौर, कोचाधाम, जोकीहाट, बायसी और बहादुरगंज सीट पर इन विधायकों का कब्जा है. इस जीत से ही उत्साहित होकर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी पश्चिम बंगाल चुनाव लड़ने जा रहे है.