पटना: बिहार की सियासत में फिर से राम-भरत मिलाप की खबरें मीडिया में तैर रही है. लव-कुश समीकरण के जरिये साथ सियासत करने वाले नीतीश कुमार और आरएलएसपी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा फिर से एक साथ आ सकते हैं. ऐसे में चर्चाओं के दौर में कुशवाहा ने बड़ा बयान दिया है.


इस मुद्दे पर दोनों पार्टी के नेता कुछ भी खुलकर बोलने से कतरा रहे हैं. आरएलएसपी सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा ने आरएलएसपी के जेडीयू में विलय के चर्चाओं के सवाल पर गेंद जेडीयू के पाले में डाल दिया. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, ” देखिए चर्चा तो मीडिया के लोग ही कर रहे हैं न. चर्चा जो लोग कर रहे हैं, उनसे सवाल पूछिए. मेरी ओर से तो कोई बात ही नहीं है. चर्चा मीडिया के लोग कर रहे हैं, तो इसमें बीच में हम कहां आते हैं. जेडीयू के लोग हैं, उनकी ओर से कुछ बात जरूर की जा रही है और बाकी मीडिया की चर्चा है. इसलिए इस बीच में तो हम कहीं हैं ही नहीं.”
कई दौर की हुई है बात
आरएलएसपी के जेडीयू में विलय को लेकर चर्चाओं को बल तब मिला है जब जेडीयू सांसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के बीच कई दौर की मुलाकात हुई है. सांसद नीतीश कुमार और कुशवाहा के बीच सेतु का काम कर रहे हैं. दोनों नेताओं की दिल्ली में भी मुलाकात हुई है. सिंह के कुशवाहा के प्रति दिए गए बयान और आरएलएसपी नेताओं के तरफ से बयान का खंडन नहीं करना इस बात को बल दे रहा है.
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दरअसल, इस बात की चर्चा है कि राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का अगले दो हफ्ते में जनता दल (यूनाइटेड) में विलय हो सकता है. वहीं, आरएलएसपी सुप्रीमो और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा को जेडीयू संगठन में महत्वपूर्ण भूमिका दी जा सकती है. नीतीश कुमार कुशवाहा को अपने पाले में लाकर कोयरी और कुर्मी समुदाय (लव-कुश) को एकजुट कर अपनी सियासी ताकत को फिर से बढ़ा सकते हैं. बता दें कि कुशवाहा की पार्टी बिहार विधानसभा 2020 में बसपा के साथ गठबंधन कर चुनाव में भी एक सीट भले ही नहीं जीत पाई. लेकिन दर्जनों सीटों पर जेडीयू को नुकसान पहुंचाया.