पटना: दिल्ली समेत कई बड़े शहरों में मेट्रो की शुरूआत की गई है. वहीं, अब पटना में मेट्रो का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है.मेट्रो रेल परियोजना के लिए सर्वेक्षण, ट्रैफिक सर्वे, मिट्टी जांच पूरी करने के बाद भूमि अधिग्रहण का काम चल रहा है. वहीं, कास्टिंग यार्ड के लिए संपतचक के पास जमीन चिह्नित किया गया है.


पटना मेट्रो का काम पांच साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. लेकिन मलाही पकड़ी से नए बस स्टैंड तक को प्रायोरिटी सेक्टर मानकर तीन-चार साल में मेट्रो दौड़ाने की तैयारी है. पटना मेट्रो में कुल 26 मेट्रो स्टेशन बनाए जायेंगे. दानापुर से खेमनीचक तक कोरिडोर-एक में 14 जबकि पटना जंक्शन से आइएसबीटी तक बनने वाले कोरिडोर-2 में 12 स्टेशन बनेंगे.
Immediately Receive Kuwait Hindi News Updates
32 किमी का है परियोजना
दोनों ही कोरिडोर में दो-दो इंटरचेंज स्टेशन रहेगा. दोनों कोरिडोर मिलाकर कुल 32 किमी से अधिक लंबी मेट्रो रेल परियोजना है. पहला कोरिडोर 17.933 किमी का जबकि दूसरे कॉरिडोर की लंबाई 14.564 किमी. होगा.
कॉरिडोर-1 : दानापुर-मीठापुर-खेमनीचक
17.933 किमी का कॉरिडोर वन होगा.
इस रूट में 10.54 किमी भूमिगत मेट्रो होगी
जबकि 7.39 किमी उपरीगामी यानी एलिवेटेड मेट्रो होगी
स्टेशन : दानापुर, सगुना मोड़, आरपीएस मोड़, पाटलिपुत्र, रुकनपुरा, राजाबाजार, चिडिय़ाघर, विकास भवन, विद्युत भवन, पटना जंक्शन, मीठापुर, रामकृष्णानगर, जगनपुरा, खेमनीचक.
कॉरिडोर-2 : पटना जंक्शन-गांधी मैदान-आइएसबीटी
14.564 किमी. का होगा कॉरिडोर-टू
7.926 किमी भूमिगत मेट्रो होगी इस रूट में
6.638 किमी उपरीगामी यानी एलिवेटेड होगी मेट्रो
स्टेशन : पटना जंक्शन, आकाशवाणी, गांधी मैदान, पीएमसीएच, विश्वविद्यालय, मोइनुल हक स्टेडियम, राजेंद्रनगर, मलाही पकड़ी, खेमनीचक, भूतनाथ, जीरो माइल, न्यू आइएसबीटी.
इसी साल हुआ कार्यरंभ
बता दें कि पटना मेट्रो रेल का निर्माण कार्य दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन करवा रही है. पीएम नरेंद्र मोदी ने इस परियोजना का शिलान्यास 17 फरवरी, 2019 को किया था. 25 सितंबर, 2019 को दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड और पटना मेट्रो के बीच करार हुआ. वहीं, 22 सितंबर, 2020 को सीएम नीतीश कुमार ने मेट्रो का कार्यारंभ किया.
Get Today’s City News Updates