Thave Forest Oxygen Park : हमारे स्वास्थ्य के लिये हमारे आस-पास पर्यावरण का शुद्ध होना काफी आवश्यक है। पर्यावरण अगर शुद्ध होगा, तो हम भी स्वस्थ रहेंगे। इस बीच केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से इन दिनों पर्यावरण के प्रति विशेष रूप से कई कदम उठाये गये हैं। देश में ग्रीन एरिया को बढ़ाने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रहे हैं।
वहीं, आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर देश के 15 शहरों के वन क्षेत्रों में ऑक्सीजन पार्क बनाने की योजना पर काम चल रहा है है। इसी कड़ी में बिहार के गोपालगंज के पास स्थित थावे जंगल का चयन भी ऑक्सिजन पार्क के निर्माण के लिये किया गया है। प्रस्तावित ऑक्सीजन पार्क में तमिलनाडु के सलेम की तर्ज पर बांस की खास किस्म के पौधे लगाए जाएंगे।
Thave Forest Oxygen Park : भीमा प्रजाति के बांस के पौधे लगाए जाएंगे
वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक थावे में बनने वाले ऑक्सीजन पार्क में भीमा प्रजाति के बांस के पौधे लगाए जाएंगे। ये पौधे कुछ समय बाद पेड़ बन जाएंगे। भीमा बांस के पेड़ दूसरों के पेड़-पौधों के मुकाबले 35 फीसदी ज्यादा ऑक्सीजन देते हैं। साथ ही ये ज्यादा समय तक उगे रहते हैं। इन्हें बार-बार लगाने की जरूरत नहीं पड़ती है। इनकी ग्रोथ भी तेजी से होती है।
इसके अलावा जानकारी दी गयी है कि वन विभाग जल्द ही गोपालगंज के थावे वन परिसर में ऑक्सीजन पार्क के लिए सटीक जगह का चयन करके ब्लू प्रिंट तैयार कर लेगा। इससे वातावरण शुद्ध होगा और पर्टयन को भी बढ़ावा मिलेगा। प्रस्तावित ऑक्सीजन पार्क में ओपन जिम, झूले और फव्वारे भी लगाए जाएंगे। परिसर में मौजूद तालाब का भी सौंदर्यीकरण किया जाएगा।
ज्ञात हो कि इस वन परिसर में थावे मंदिर मौजूद है, जहां देश-विदेश से हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए ऑक्सीजन पार्क में पैदल पथ बनाया जाएगा। ऑक्सीजन पार्क बनने के बाद मॉर्निंग-इवनिंग वॉक पर लोग यहां आ सकेंगे। विद्यार्थी पार्क में बैठकर सुकून से पढ़ाई कर सकेंगे। इससे लोगों की सेहत में सुधार होगा और साथ ही जैव विविधता के संरक्षण और संवर्द्धन में मदद मिलेगी।