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आत्मनिर्भर चायवाली : हर लड़की शादी से पहले घबराती जरूर है,लेकिन क्या आपने कभी ऐसा सुना है कि घरवालों द्वारा शादी का प्रेशर पड़ने पर लड़की ने इसे बचने के लिए चाय की दुकान खोल ली हो। अगर नहीं तो आप एक बार ये आर्टिकल जरूर पढ़ें।

पटना में पिछले दिनों आपने ग्रेजुएट चायवाली के बारे में सुना तो होगा ही। इसके बाद अब आत्मनिर्भर चायवाली सामने आई है। इनका नाम मोना पटेल है और इन्होंने जेडी विमेंस कॉलेज से ग्रेजुएट किया हैं। हालांकि, इनकी कहानी ग्रेजुएट चाय का स्टॉल लगाने वाली प्रियंका गुप्ता से अलग है। गरीबी के कारण जब परिवारवालों ने उनकी शादी तय कर दी तो इससे बचने के लिए मोना पटेल ने चाय की स्टॉल खोल लिया।

आत्मनिर्भर चायवाली

आत्मनिर्भर चायवाली : आर्थिक स्थिति से तंग आकर चाय के स्टॉल की शुरुआत की

पीछे दिनों बिहार की राजधानी पटना में वुमेंस कॉलेज के बाहर ग्रेजुएट चाय का स्टॉल लगाने वाली प्रियंका गुप्ता पूरे देश भर में काफी फेमस हुई थी, जिसकी बदौलत पटना की अन्य लड़कियां भी अब प्रियंका से इंस्पायर होकर इसी राह पर उतर आई हैं। इसी क्रम में पटना की ही मोना पटेल ने ज्ञान भवन के ठीक सामने आत्मनिर्भर चाय का स्टॉल खोला है। मोना ने अपनी आर्थिक स्थिति से तंग आकर चाय के स्टॉल की शुरुआत की है।

मोना मूल रूप से समस्तीपुर की निवासी रहने हैं, लेकिन वो राजधानी पटना में कंकड़बाग में रहती हैं। उनकी दो बहने हैं और उनके पिता एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षक हैं। मोना पटेल ने बताया कि उनके पिता की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है, जिस वजह से वे मोना की शादी करवाना चाह रहे थे। मोना ने कहा कि वो अभी शादी नहीं करना चाहती हैं, क्योंकि उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है।वो कोई न कोई काम करना चाहती थी, लेकिन प्राइवेट जॉब नहीं।

ऐसे में मैं यूट्यूब पर प्रियंका गुप्ता को देख करमोना पटेल प्रेरित हुई और उन्होंने भी अपना स्टॉल खोलने का फैसला लिया। मोना ने बताया कि स्टॉल तो वो काफी पहले खोल लेती, लेकिन खुद सड़कों पर उतरने का हौसला प्रियंका जी को देख कर आया।

मोना ने कहा, ‘मैंने अपने इस फैसले के बारे में अपने माता-पिता को नहीं बताया है। मुझे डर लग रहा है कि मां पापा क्या कहेंगे। लेकिन मुझे उम्मीद है कि वो मेरे इस फैसले के साथ खड़े रहेंगे। मुझे ही नहीं बल्कि सभी लड़कियों को आगे आना चाहिए। खुद से आत्मनिर्भर बनना चाहिए ताकि किसी को किसी पर आश्रित होने की जरूरत न पड़े।

मोना ने बताया की शनिवार सुबह 6 बजे उसने अपने चाय का स्टॉल खोला और दिन के 1 बजे तक 1 हजार रुपए कमा चुकी थी। मोना ने कहा कि अगर मेरा ये स्टॉल ठीक से चलता है तो आगे वे इसे ब्रांड बनाने की कोशिश करूंगी और इसकी अलग अलग ब्रांच भी खोलेंगी।