देश के अन्य बड़े शहरों की तरह बिहार के भी कई शहरों में राज्य सरकार की तरफ से इलेक्ट्रिक बसों को चलाने की पहल तेज की जा रही है। राज्य के बड़े शहरों में वायु प्रदूषण कम करने के उद्देश्य से सरकार अब सार्वजनिक परिवहन के लिए डीजल पेट्रोल के स्थान पर इलेक्ट्रिक और सीएनजी वाहनों को बढ़ावा दे रही है।
गौरतलब है कि राजधानी पटना में पहले ही सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसें शुरु हो चुकी है। अब राज्य के चार अन्य बड़े शहरों में भी इलेक्ट्रिक सिटी बसें चलाने की योजना सरकार बना रही है। परिवहन विभाग जल्द ही 25 और नई बसें चलाने जा रहा है।
पटना से बिहटा , बिहार शरीफ, राजगीर , मुजफ्फरपुर और दरभंगा के लिए इलेक्ट्रिक बसें चल रही
ज्ञात हो कि फिलहाल राजधानी पटना के साथ ही पटना से बिहटा , बिहार शरीफ, राजगीर , मुजफ्फरपुर और दरभंगा के लिए इलेक्ट्रिक बसें चल रही हैं। सभी रुटों पर कुल 25 इलेक्ट्रिक बसें फिलहाल चलाई जा रही हैं। ये इलेक्ट्रिक बसें प्रदूषण मुक्त, वातानुकूलित, सीसीटीवी कैमरा (दो बस के अंदर और एक बाहर), तीन-तीन डिस्प्ले, पब्लिक एनाउंसमेंट सिस्टम, स्मार्ट टिकटिंग, इंटेलिजेंट व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम और फायर फाइटिंग से लैस है।
परिवहन विभाग इलेक्ट्रिक बस की सफलता को देखते हुए राज्य के अन्य रुटों पर भी इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू करने जा रहा है। बहुत जल्द ही 25 और इलेक्ट्रिक बसों का परिचालन शुरु किया जाएगा। विभाग की योजना के अनुसार वैशाली, बेगूसराय, आरा,बक्सर जैसे शहरों में इसे शुरू करने की प्लानिंग की जा रही है। हालांकि, इसके लिए सड़कों का भी हाल देखना होगा, क्योंकि ये बसें लो फ्लोर बसें होती है। एक बस की कीमत सवा करोड़ है। इधर परिवहन विभाग साल के अंत तक सभी जिला मुख्यालयों में सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसें शुरू करने की योजना बनाई है।