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Bihar Nagar Nikay Chunav 2022 : बिहार में नगर निकाय के चुनावों में देरी हो सकती है। जानकारी के अनुसार राज्य में अब नगर निकाय चुनाव मानसून खत्म होने के बाद ही संपन्न कराये जा सकते हैं। ऐसा माना जा रहा है कि अक्टुबर से नंवबर के बीच में चुनाव कराये जा सकते हैं। हालांकि, राज्य निर्वाचन आयोग चुनावी तैयारियों में लगा हुआ है।

ज्ञात हो कि बिहार के सभी निकायों का कार्यकाल इस महीने में समाप्त हो गया है। नियम के अनुसार इस महीने में चुनाव संपन् नहो जाने चाहिये थे, लेकिन आयोग अभी भी चुनाव की तैयारियों में ही जुटा है। बता दें कि आखिरी समय में नये नगर निकायों का गठन और मतदाता सूची व वार्डों के गठन में हुई देरी के कारण निकाय चुनावों में देरी हो रही है। इसके अलावा बिहार में बरसात के महीने में चुनाव कराना एक बड़ी चुनौती है। कुल मिला कर ऐसा माना जा रहा है कि ठंड के महीने में बिहार में नगर निकाय चुनाव होंगे।

Bihar Nagar Nikay Chunav 2022

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Bihar Nagar Nikay Chunav 2022 : 248 निकायों में चुनाव की तैयारियां चल रही

बताया जा रहा है कि 248 निकायों में चुनाव की तैयारियां चल रही है। वार्डों का गठन किया जा रहा है। इस बार प्रदेश में कुल 248 निकायों में चुनाव होने हैं। साथ ही साथ यह भी कहा जा रहा है कि अगर 13 निकायों का कार्यकाल इस साल पूरा नहीं होता है तो ऐसी स्थिति में उन निकायों का चुनाव अगले साल होगा। जानकारी के लिये बता दें कि राज्य सरकार ने इस साल प्रदेश में 176 नयी नगरपालिकाों का गठन किया है। इसी महीने वार्डों का कार्यकाल पूरा हो गया है।

ऐसी स्थिति में नगर निगम में नगर आयुक्तों को जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, नगर पंचायत या पर्षद में कार्यपालक पदाधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है। निकायों को चलाने का एक तरीका यह भी है कि जनप्रतिनिधियों को मिलाकर एक समिति का गठन किया जाए उसके बाद निकायों में होने वाले कार्यों को सुचारु रुप से चलाया जा सके, लेकिन राज्य सरकार ने निकायों में अधिकारियों को जिम्मेदारी दी है।

चुनाव में हो रही देरी के कारणों के बारे मे सोचें तो नगर निगम चुनाव तय समय पर नहीं होने का सबसे पहला कारण है नगर निकायों का तय समय पर गठन नहीं होना। साल 2020 से नगर निकायों का गठन हो रहा है, लेकिन अभी तक गठन की प्रक्रिया पूरी ही नहीं हुई। खबरों के अनुसार अंतिम रुप से 13 निकायों का गठन 17 जून को किया गय था। अभी भी पूरे नगर निकायों का गठन नहीं हुआ है। प्रदेश में कुल 176 नगर निकायों का गठन होना है, जिसमें से 153 नगर निकायों का गठन हो चुका है।

बाकी बचे हुए 23 निकायों के गठन की प्रक्रिया जारी है। नगर निकायों के गठन के बाद मामला नगरपालिका संशोधन नियमावली में अटक गया, जिसमें यह कहा जा रहा है कि मेयर और डिप्टी मेयर के पदों पर आरक्षण का प्रावधान लागू किया जाना है। इसके बाद मतदाता सूची जारी करने में देरी हो रही है। बता दें कि प्रदेश में 248 नगर पालिका क्षेत्र में से 144 क्षेत्रों में मतदाता सूची जारी कर दी गई है बाकियों में तैयारी की जा रही है।

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