Bihar News : दरअसल देश के काफी बड़े प्रदेश बिजली संकट या कहो कोयले की संकट से जूझ रहे हैं, कोयले की डिमांड ज्यादा हैं लेकिन असल में उसका उत्पादन काफी कम हैं। ऐसे में सबके डिमांड अनुरूप बिजली पैदा नहीं हो रही हैं ऐसे में लोगों को भारी मात्रा में बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा हैं। ऐसे में भयानक गर्मी के बिच बिजली कटौती लोगों के लिए काफी मुश्किल पैदा कर रही हैं।
Bihar News : बिहार के लिए सुधर सकती है स्थिति
लेकिन आने वाले निकट भविष्य में बिहार के लिए यह स्थिति सुधर सकती है क्योंकि जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया( जेएसआई) की हालिया रिपोर्ट में बिहार के लिए एक अच्छी खबर मिली है। जेएसआई ने भागलपुर जिले के कहलगांव के माधोरामपुर मौजा स्थित करीब 261 एकड़ जमीन के नीचे कोयले का विशाल भंडार पाया है। ऐसे में यहाँ पर मिला कोयला जाँच के लिए धनबाद भेजा जा चूका हैं, यहाँ पता चलेगा की इसे कैसे कहा इस्तैमाल कर सकते हैं।
माधोरामपुर गांव में जमीन के 350 फीट नीचे की खुदाई में मिले कोयले को क्वालिटी जांच के लिए धनबाद भेजा है। धनबाद स्थित सीएमपीडीआई में कोयले की क्वालिटी का पता लगने के बाद इस एरिया को कोल ब्लॉक घोषित किया जाएगा। इससे पहले 2018 में कहलगांव के ही सिंघाडी, गंगारामपुर, नवादा, मंसूरपुर गांव में कोयला की संभावना जतायी गई थी। दैनिक हिन्दुस्तान के रिपोर्ट के अनुसार 20 मार्च 2018 को टीम ने बीसीसीएल धनबाद और सीएमपीडीआई की टीम को रिपोर्ट सौंपी।
इस रिपोर्ट के बाद केंद्र सरकार ने बिहार सरकार को इन इलाकों के भू-अर्जन के निर्देश दिए। पीरपैंती में 2026 से खनन शुरू होने की संभावना जतायी जा रही है। 2018 में पीरपैंती के लक्ष्मीपुर, गोविंदपुर, चौधरीबसंत, हीरानंद बंसीचक नौवाटोली, शेरमारी शादीपुर,रिफातपुर, जगदीशपुर,सीमानपुर समेत कई गांवों में कोयले की संभावना जतायी गई थी।