Bihar News : बिहार में होते आये विकास कार्यों की चर्चा तो खूब होती हैं, काफी बड़ी बड़ी खबरे हमतक पहुँचती हैं। हमने हाल ही में एक खबर प्रकाशित की थी कि 1700 करोड़ की लागत से बिहार के सुल्तानगंज और अगवानी घाट के बीच शानदार पुल का निर्माण हो रहा है जिससे आवागमन बेहतर होगा और कई जिलों को फायदा होगा। लेकिन यह पुल भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। 1700 करोड़ का पुल मामूली आंधी पानी में ढह गया।
Bihar News : निर्माण एजेंसी पर उठे सवाल
ऐसे में इससे निर्माण एजेंसी पर सवाल खड़े हो रहे हैं। बता दें कि करीब 1710 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे सुल्तानगंज-अगुवानी पुल की लंबाई तकरीबन 3.160 किलोमीटर बताई जा रही। पुल का हिस्सा गिरने से करोड़ों रुपये के नुकसान की बातें कही जा रही हैं। स्थानीय लोगों की मानें तो पुल का स्ट्रक्चर गिरने से कई लोग हादसे का शिकार हो सकते थे। गनीमत रही कि कोई इसकी चपेट में नहीं आया। सूचना मिलते ही आलाधिकारी मौके पर पहुंचने लगे।
जेडीयू विधायक ललित नारायण मंडल ने पुल निर्माण में धांधली का आरोप लगाया है। इसकी आधारशिला 23 फरवरी , 2014 को खगड़िया जिले के परबत्ता में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रखी थी। वहीं 9 मार्च, 2015 को मुख्यमंत्री ने पुल निर्माण का काम शुरू करने के लिए उद्घाटन भी किया था। खगड़िया की ओर से 16 किलाेमीटर और सुल्तानगंज की ओर से चार किलाेमीटर लंबा एप्रोच राेड का निर्माण चल रहा है।
इसके बनने से उत्तर बिहार सीधे मिर्जा चाैकी के रास्ते झारखंड से भी जुड़ जायेगा और विक्रमशिला सेतु पर भी वाहनाें का दबाव कम हाेगा। वहीं श्रावणी मेला के दाैरान कांवरियाें काे भी खगड़िया से भागलपुर आने के लिए 90 किलाेमीटर की दूरी की जगह केवल 30 किलाेमीटर सफर करना होगा। बता दें कि इस पुल का निर्माण “एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन” कंपनी कर रही है। इस कंपनी को बिहार में एक-दो नहीं बल्कि अब तक दर्जनों प्रोजेक्ट्स मिल चुके हैं।