बिहार की राजधानी पटना में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर (आईसीसीसी) विकसित किया जा रहा है। यह पूरी तरह से बनकर तैयार है और ट्रायल प्रक्रिया में है। इस परियोजना के अंतर्गत शहरभर में चरणबद्ध तरीके से अत्याधुनिक कैमरे लगाए जाने हैं और ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाने का काम किया जा रहा है। पूरे शहर में अब मॉडर्न हाईटेक कैमरे लगने शुरू हो चुके हैं।
जानकारी के अनुसार पहले चरण में चिड़ियाघर गेट नंबर-1, गांधी मैदान गेट-5 और 10, अंटा घाट, डाकबंग्ला चौराहा, हाईकोर्ट मोड़, हड़ताली मोड़ समेत कुल 42 स्थान पर 500 कैमरे लगाए जाएंगे। स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत 220 किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर बिछाया जाएगा। सभी कैमरों से प्राप्त फीड को करीब 11 पीबी क्षमता की स्टोरेज में सुरक्षित रखा जाएगा।
स्मार्ट सिटी परियोजना : एक्सिडेंट की स्थिति में इमरजेंसी कॉल बॉक्स के माध्यम से सीधे कंट्रोल रूम से संपर्क
बता दें कि अब कोई भी व्यक्ति आपदा, आपात, एक्सिडेंट की स्थिति में इमरजेंसी कॉल बॉक्स के माध्यम से सीधे कंट्रोल रूम से संपर्क कर सकेगा, जहां लोगों को तत्काल सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत शहर में गांधी मैदान, गोलघर, जीपीओ, कारगिल चौक, चिड़ियाघर समेत 50 स्थानों पर इमरजेंसी कॉल बॉक्स और पब्लिक एड्रेस सिस्टम की व्यवस्था की जाएगी।
आईसीसीसी परियोजना के अंतर्गत शहरभर में कचरा उठाव और पटना नगर निगम की सभी ई-गवर्नेंस सेवाओं को भी डाटा सेंटर के साथ इंटीग्रेट कर दिया गया है। जैसे-जैसे कैमरों और ऑप्टिकल फाइबर लगाने का काम पूरा होता जाएगा, वैसे-वैसे उनके फीड की मॉनिटरिंग भी शुरू हो जाएगी। परियोजना के अंतर्गत सीसीटीवी, रेडलाइट वायलेशन सिस्टम, एडैप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम, रेडलाइट वॉयलेशन डिटेक्शन सिस्टम, स्पीड वॉयलेशन डिटेक्शन के लिए कैमरे लगाए जाएंगे।