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Covid-19 : कोरोना ने देश में तूफान मचाया हुआ हैं, अभी तो लोगों ने राहत की साँस लेने शुरू करि थी तभी अचानक कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी सामने आने लगी हैं। कोरोना के केसेस देश में फिरसे बढ़ने लगे हैं, लोग पहले से ही इस गर्मी से परेशान हैं ऐसे में लॉकडाउन का डर उन्हें सताने लगा हैं। ऐसे में बिहार में नए कोरोना वैरिएंट की जानकारी सामने आई हैं। ये नया वैरिएंट सबसे पहले अमेरिका में डिटेक्ट हुआ था। आइजीआइएमएस में कोरोना के वायरस को लेकर जीनोम सीक्वेंसिंग में BA.12 वैरिएंट की पुष्टि हो चुकी है।

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Covid-19 : तीसरी लहर के वेरिएंट से दस गुना खतरनाक

ऐसे में विशेषज्ञों के अनुसार यह यह तीसरी लहर के BA.2 वैरिएंट से 10 गुना अधिक खतरनाक है। हालांकि, तथ्य यह भी है कि आइजीआइएमएस में डिटेक्ट हुए नए स्ट्रेन के केस देश में काफी कम हैं। अस्त व्यस्त हो चुकी कई व्यवस्थाएं पटरी पर लौटनी शुरू हो गईं। कोरोना की तीसरी लहर में ओमिक्रॉन से अधिक नुकसान नहीं हुआ। कोरोना की दूसरी लहर में मामला जितना गंभीर था यह तीसरी लहर में कम गंभीर लगा।

लेकिन अब कोरोना की चौथी लहर की आशंका है। देश में मामला बढ़ने के बाद फिर से जांच का सिलसिला शुरू हो चुका है। इसी क्रम में पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान यानी आइजीआइएमएस में कोरोना के नए वैरिएंट के डिटेक्ट होने से हड़कंप मच गया है। आइजीआइएमएस में कोरोना के वायरस को लेकर जीनोम सीक्वेंसिंग में BA.12 वैरिएंट की पुष्टि हो चुकी है। विशेषज्ञों के अनुसार यह यह तीसरी लहर के BA.2 वैरिएंट से 10 गुना अधिक खतरनाक है।

हालांकि, तथ्य यह भी है कि आइजीआइएमएस में डिटेक्ट हुए नए स्ट्रेन के केस देश में काफी कम हैं। दिल्ली में इसके एक-दो मामले सामने आए हैं। अब इस नए वैरिएंट BA.12 को लेकर स्टडी की जा रही है। विशेषज्ञ बताते हैं कि BA.12 वैरिएंट सबसे पहले US में डिटेक्ट हुआ था। बता दें कि 2 महीने तक सीक्वेंसिंग का काम बंद था, क्योंकि नए मामलों की संख्या कम हो गई थी। कोरोना का संक्रमण भी काफी सामान्य हो गया था, लेकिन देश में अचानक से बढ़े मामले तो बिहार के सैंपल की सीक्वेंसिंग की गई।

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