रसगुल्ले हर किसी को पसंद होते हैं। यह मिठाई पश्चिक बंगाल की खासियत है। वहां किसी भी खुशी के मौके पर बिना रसगुल्ले उत्सव की शुरुआत ही नहीं होती। ऐसा नहीं है कि ये रसगुल्ला सिर्फ बंगाल में ही मिलता है। देश के हर कोने में यह मिठाई अलग नामों से उपलब्ध है। बिहार के शहर बड़हिया में भी रसगुल्ले काफी फेमस हैं, पर बंगाल के नहीं बल्कि खुद इस शहर के। इस शहर का नाम आते ही वहां की सबसे फेमस मिठाई रसगुल्लों की याद आ जाती है।
दरअसल यह शहर काफी छोटा सा है, लेकिन यहां बनने वाले रसगुल्ले पड़ोसी राज्य में भी फेमस है और लोग दूर-दूर से इसका स्वाद चखने के लिए आते हैं। लोग यहां से शादियों या फिर किसी बड़े आयोजन पर रसगुल्ले ऑर्डर कर ले जाते हैं। यहां के कारीगरों द्वारा बनाए गए गुलाब जामुन, स्पंज एटम बम, राजभोग, क्रीमचॉप, रसमलाई की काफ़ी डिमांड है। बड़हिया में बड़ी और छोटी मिलाकर कुल 100 दुकानें हैं, जहां रसगुल्ले बनाए जाते हैं।
रसगुल्ले से करीब एक हज़ार मजदूरों की रोज़ी रोटी
यहां बनाए जाने वाले रसगुल्लों से करीब एक हज़ार मजदूरों की रोज़ी रोटी चलती है। अब बड़हिया के फैमस रसगुल्ला व्यापार ने कुटीर उद्योग का रूप ले लिया है। स्थानीय निवासी अमित कुमार की मानें तो बड़हिया के रसगुल्ले दशकों से प्रसिद्ध है।
यहां रोजाना 20 से 25 क्विंटल रसगुल्लों की बिक्री होती है। वहीं, शादियों के दिनों में बिक्री का आंकड़ा काफी बढ़ जाता है। छपरा से आए एक ग्राहक ने बताया कि जब भी बड़हिया से होकर गुजरते हैं तो यहां के रसगुल्लों का स्वाद जरूर चखते हैं। साथ ही परिवार के लिए भी लेकर जाते हैं। जितना यहां का रसगुल्ला स्वाद के लिए फेमस है उतना ही अन्य शहरों की अपेक्षा यहां दाम भी कम है।