जेडीयू ने बिहार राज्यसभा चुनाव के लिए खीरू महतो को अपना उम्मीदवार घोषित किया है और इसी के साथ आरसीपी सिंह का पत्ता भी साफ हो गया है। गौरतलब है कि खीरू महतो झारखंड के पूर्व विधायक रह चुके हैं। वर्ष 2005 के झारखंड विधानसभा चुनाव में मांडू सीट से ये विजयी हुए थे। खीरू महतो जनता दल यूनाइटेड के टिकट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। सितंबर 2021 में इन पर पार्टी ने भरोसा जताते हुए झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी थी।
बिहार राज्यसभा चुनाव : प्रदेश अध्यक्ष के रूप में बीते साल ही खीरू महतो का चयन हुआ
बता दें कि झारखंड में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में बीते साल ही खीरू महतो का चयन हुआ था। पूर्व विधायक खीरू महतो पर भरोसा जताते हुए पार्टी ने झारखंड में दल की कमान उन्हें सौंप दी थी। खीरू महतो के साथ गुलाब महतो को प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया था. इन दोनों को यह जिम्मेदारी जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने सौंपी थी।
बिहार राज्यसभा चुनाव में जदयू के उम्मीदवार को लेकर लगातार चर्चा का बाजार गर्म रहा था। सीएम नीतीश कुमार से आरसीपी सिंह के करीबी होने के फैक्टर की चर्चा भी लगातार चल रही थी। यहां तक कि दिल्ली से पटना पहुंचने के बाद आरसीपी सिंह भी बहुत आश्वस्त दिख रहे थे, हालांकि उन्होंने खुलकर कभी अपनी उम्मीदवारी की दावेदारी नहीं की। वे हमेशा कहते रहे कि न उनसे पार्टी में किसी को विरोध है और न वे किसी का विरोध करते हैं। अब आज खीरू महतो को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद जेडीयू के भीतर घात-प्रतिघात की चर्चा एकबार फिर जोर पकड़ती दिख रही है।