Pollution Free Patna : बिहार की राजधानी पटना को प्रदूषण मुक्त करने के मकसद से राज्य सरकार द्वारा कई कदम उठाये गये हैं और अब भी पहल जारी है। जैसा कि सभी जानते हैं कि वाहनों से निकलने वाला धूंआ बड़े-बड़े शहरों में प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण है। इस पर नियंत्रण के लिये कई राज्यों की सरकारों ने अब पेट्रोल-डीजल से चलने वाले वाहनों की जगह इलेक्ट्रिक या सीएनजी से चलने वाले वाहनों के परिचालन पर जौर देना शुरू कर दिया है। कई बड़े शहरों में तो ये वाहन देखे भी जाने लगे हैं। इस बीच पटना में भी अब जल्द ही सड़कों पर सीएनजी बसें चलती नजर आयेंगी।
पटना की सड़कों पर जल्द ही 47 नई सीएनजी बसें चलेगी। यह बसें प्राइवेट हैं। परिवहन विभाग के आग्रह पर डीजल बस मालिकों ने सीएनजी बसें खरीदी हैं। इसके लिए विभाग बस मालिकों को सब्सिडी दे रहा है। 47 प्राइवेट सीएनजी बसों के निबंधन की प्रक्रिया शनिवार को पूरी हो गई है। इसके साथ ही प्रत्येक बस पर जिला परिवहन दफ्तर 7.5 लाख रुपए सब्सिडी बस मालिकों को दे रहा है।
Pollution Free Patna : टाटा और स्वराज माजदा से ये बसें खरीदी गई
विभागीय अधिकारियों की माने तो अब तक कुल 3 करोड़ 52 लाख 50 हजार रुपए सब्सिडी मिल चुकी है। बता दें कि टाटा और स्वराज माजदा से ये बसें खरीदी गई हैं। एक बस की कीमत लगभग 25 लाख से 30 लाख के बीच है। इनको व्हाइट और ग्रीन कलर से पेंट किया गया है। यह रंग प्रदूषण से मुक्त होने का संकेत है। इसी के साथ शहर की सड़कों से 50 पुरानी पीली सिटी राइड बसें बाहर हो गई हैं। यह बसें डीजल इंजन वाली थी, प्रदूषण की मात्रा बढ़ रही थी।
जिला परिवहन पदाधिकारी श्री प्रकाश ने कहा कि बस मालिकों को नई सीएनजी बसों के लिए अनुदान राशि दी जा चुकी है। यह बसें दो दिनों में सड़कों पर दौड़ेंगी। कई मायनों में सीएनजी वाहन लाभप्रद हैं। इससे प्रदूषण नहीं होता है। डीजल के मुकाबले सस्ता होने से बस मालिकों को अधिक लाभ होगा। यात्री भी कम किराए पर बेहतर ढंग के यातायात सेवा का आनंद ले सकेंगे। साथ ही इससे सड़क हादसों में कमी आएगी क्योंकि, जर्जर डीजल इंजन वाली बसों की वजह से आये दिन दुर्घटनाएं होती रहती है।