Purchase And Sale Of Land In Bihar : छोटे हो या बड़े सभी शहरों या गांवों में जमीन की खरीद बिक्री अब ज्यादा होने लगी है। हालांकि, ये कहना गलत नहीं होगा कि बड़े शहरों की तुलना में अब छोटे शहरों में भूमि का क्रय-विक्रय ज्यादा होने लगा है। बिहार में भी कई ऐसे जिले हैं, जहां पर जमीन की खरीद बिक्री तेजी से बढ़ रही है। जानकारी के लिये बता दें कि जमीनों और फ्लैट आदि के रजिस्ट्रेशन के मामले में बिहार के छोटे-छोटे शहर बड़े शहरों को टक्कर दे रहे हैं। जमीनों की खरीब बिक्री से जुड़े नये आंकड़े सामने आये हैं, जिसमें बताया गया है कि वित्तीय वर्ष 2022 से 2023 की पहली तिमाही में 1,260 करोड़ रुपए का राजस्व इकट्ठा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन निबंधन विभाग ने मध्य जून में ही इससे अधिक राजस्व जुटा लिया है।
Purchase And Sale Of Land In Bihar : पटना जिले में सर्वाधिक राशि 2,552 करोड़ का राजस्व हासिल किया गया
आंकड़ो पर नजर डालें तो राजस्व लक्ष्य के मामले में बांका और मधुबनी और लखीसराय जैसे जिले बिहार में सबसे पहले पायदान पर हैं। वहीं, सबसे अधिक राशि की बात करें तो पटना जिले में सर्वाधिक राशि 2,552 करोड़ का राजस्व हासिल किया गया है। इसके बाद सर्वाधिक राशि हासिल करने के मामले में मुजफ्फरपुर जिला दूसरे पायदान पर हैं, जहां पर करीब 75 करोड़ रूपये जुटाये गये हैं। इसके अलावा मोतिहारी में 68 करोड़ रूपयों का राजस्व मध्य जून तक प्राप्त कर लिया गया है।
उधर, मिले आंकड़ों के अनुसार राज्य के 38 जिलों में से 20 जिले से अधिक राजस्व प्राप्त किया गया है। बताया जा रहा है कि इन जिलों में बांका, मधुबनी, लखीसराय, शिवहर, सातामढ़ी, कैमूर, दरभंगा, सुपौल, मोतिहारी, सारण, मुंगेर, हाजीपुर, भागलपुर, सिवान, सहरसा, मुजफ्फरपुर, भोजपुर, औरंगाबाद, समस्तीपुर व अटवल जिले शामिल हैं। इन जिलों में पिछले कुछ समय में जमीनों की खरीब बिक्री सर्वाधिक हुई है और सरकार को राजस्व भी काफी ज्यादा मिला है।