Ramayana Mandir : बिहार के पूर्वी चंपारण के जानकीनगर में,जहां के बारे में मान्यता ही कि यहां भगवान श्री राम की बारात रुकी थी, वहां अब विश्व का सबसे बड़ा मंदिर बनने जा रहा हैं। लोगों में मान्यता है कि सीता से विवाह के बाद जनकपुर से लौटते समय श्री राम की बारात यहीं रुकी थी। इसलिए अब इस स्थान पर विश्व के सबसे विशाल राम मंदिर का निर्माण हो रहा है।

Ramayana Mandir : अयोध्या से जनकपुर तक बन रहा राम-जानकी मार्ग
मिली जानकारी के अनुसार यह विराट रामायण मंदिर 270 फीट ऊंचा होगा, जो हिन्दू मंदिर के दृष्टिकोण से विश्व में सर्वाधिक है। इसकी लंबाई 1080 फीट और चौड़ाई 540 फीट होगी। विराट रामायण मंदिर परिसर के तीन तरफ सड़क है। अयोध्या से जनकपुर तक बन रहा राम-जानकी मार्ग विराट रामायण मंदिर से होकर गुजरेगा। पटना के महावीर मंदिर ट्रस्ट की ओर से बनवाए जा रहे इस मंदिर के निर्माण का काम नोएडा की कंपनी एसबीएल कंस्ट्रक्शन को दिया गया है।
मंदिर के निर्माण कार्य में 500 करोड़ की लागत आएगी। ट्रस्ट के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि इस मंदिर में दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग स्थापित होगा। ब्लैक ग्रेनाइट से बने 250 टन वजनी शिवलिंग की ऊंचाई 33 फीट होगी। शिवलिंग का निर्माण तमिलनाडु के महाबलीपुरम में हो रहा है। अभी तंजौर में 27 फीट का शिवलिंग विश्व का सबसे ऊंचा शिवलिंग माना जाता है।
बिहार के कटिहार के एक राम मंदिर में पिछले 40 साल से बिना रुके अब तक रामायण का पाठ हो रहा है। यज्ञशाला मंदिर में पिछले चार दशक से हर क्षण रामायण का पाठ किया जा रहा है। हैरानी की बात तो यह है कि इस मंदिर में रामायण पाठ करवाने के लिए अगले एक साल तक की एडवांस बुकिंग हो रखी है। आस्था की इस अद्भुत कहानी की शुरुआत 15 दिसंबर 1982 में हुई थी। तब इस मंदिर में एक वट वृक्ष के नीचे बजरंगबली की प्रतिमा थी. मथुरा से आए एक बाबा, जिनका नाम मौनी बाबा था। उन्होंने यहां रामायण पाठ की शुरुआत कराई