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वैलेंटाइन वीक – लोग या प्रेमी प्रेमिका अक्सर वैलेंटाइन वीक में एक दूसरे से प्यार का इज़हार करते है लेकिन बिहार की पिंकी ने तो तेजस्वी यादव को ही पत्र लिख दिया। हलाकि पत्र में उसने तेजस्वी यादव से प्यार का इज़हार तो नहीं किया लेकिन उसने अपने बेरोज़गारी के वजह से सिंगल होने का दुख ब्यान किया है।

एक वक़्त था जब युवक को सरकारी नौकरी की तलाश होती थी। क्यूंकि नौकरी नहीं होती तब तक शादी के लिए न तो प्रेमिका की हां होती थी और न ही लड़की के घरवाले मानते थे। हालांकि, अब बिहार बहुत बदल चूका है । वो इसलिए क्योंकि अब युवतियां भी नौकरी की आस में कुंवारी बैठी है। जी हां। चूंकि वैलेंटाइन वीक शुरू हो गया है, तो युवक-युवतियां अपने-अपने प्यार का इजहार करते हैं। हालांकि, पिंकी अपने एकतरफा प्यार का इजहार नहीं कर पा रही है। बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को पत्र लिखकर उसने अपनी बेरोगारी की व्यथा सुनाई है।

तेजस्वी यादव को चिट्ठी लिखकर पिंकी ने बतया अपना दर्द

दरअसल पटना की पिंकी कंपटीशन की तैयारी कर रही है। पिछले चार साल से नौकरी की आस में है। तेजस्वी यादव को चिट्ठी लिखकर पिंकी ने बताया कि वह एक प्रभात नाम के युवक से प्रेम करती है, जो एक writter है। हालांकि, पिंकी उसे प्रपोज नहीं कर पा रही है, क्योंकि वह पहले नौकरी करना चाहती है। डर इस बात का है कि कहीं वह नौकरी के इंतजार में बैठी न रह जाए और प्रेमी किसी और के साथ शादी न कर ले।

पिंकी की शादी में बेरोजगारी रूकावट बन रही है। सोशल मीडिया पर पिंकी का लेटर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें वह लिखती है कि हम बहुत टेंशन में हैं। आप तो लव मैरेज कर लिए, लेकिन हमर मैरेज पर बेरोजगारी का अड़चन लगल है। हम चार साल से प्रभात बांधूल्य संग वन-साइडेड अफेयर में हैं। अफेयर के उम्र में करेंट अफेयर पढ़ रहे हैं। सोचे कि नौकरी लगेगा तो प्रपोज करेंगे, लेकिन नौकरी तो लगने से रहा।

वही इसके आगे पिंकी कहती है कि एक तो वैकेंसी नहीं आता है और आता भी है तो पेपर लीक हो जाता है। इ सब देखते-देखते लगता है इहो वैलेंटाइन अइसही पार हो जाएगा और हम प्रपोज भी नहीं कर पायेंगे। हम इधर कंपटीशन की तैयारी में लगल है और बाबूजी मने मन हमारे बिआह के तैयारी में लगल है। हमारी सब सहेली लोग का तो बच्चा भी हो गया बिआह के बाद।

प्रभात बांधूल्य से है पिंकी को एकतरफा प्यार

वही पिंकी आगे कहती है कि इ सब सोच सोच के मन बड़ी मायूस हो रहा है। बड़ी उम्मीद से चिट्ठी लिख रहे हैं। नौकरी का जुगाड़ लगवाइए, नहीं तो लेखक साहब किसी और जुगाड़ के साथ फरार हो जाएंगे। प्यार बिना नौकरी लेके क्या करेंगे। आपकी वोटर और प्रभात बांधूल्य की वन साइडेड लभर पिंकी (फ्राम पटना), सस्नेह आभार।

वही आपको बता दे की प्रभात बांधूल्य एक लेखक जो कई उपन्यास और धारावाहिक में भी लेखकि का काम कर चुके है। उन्होंने कहा की वो पिंकी को नहीं जानते लेकिन उन्होंने पिंकी की तारीफ की कहा पिंकी मेरे बहाने तेजस्वी तक पहुंचना चाहती है। तेजस्वी से उसे उम्मीदें हैं। उसकी उम्मीदें पूरी होनी भी चाहिए क्योंकि यह उम्मीद सिर्फ पिंकी की नहीं, पूरे बिहार के बेरोजगारों की है। कहीं न कहीं पिंकी ने वेलेनटिन के जरिये बिहार के सभी युवाओं की दिल की बात तेजस्वी यादव तक पहुँचाने की कोशिश की है।

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