बिहार की राजधानी पटना में गंगा घाटों के सौंदर्यीकरण का कार्य प्रगति पर है। इसी क्रम में नमामि गंगे और स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत घाटों की साफ-सफाई की गई है तथा उन स्थानों को लोगों के भ्रमण लायक बनाया जा रहा है। इसके अलावा दीघा से लेकर एएन सिन्हा इंस्टिट्यूट तक गंगा चैनल और वॉक वे का निर्माण कराया जाएगा। साथ ही एक ग्रीन बेल्ट भी विकसित किया जाएगा, जिससे घाटों की खूबसूरती और निखर जाएगी और गंगा एक्सप्रेसवे की खूबसूरती बढ़ जाएगी।
पटना : हरित पट्टी विकसित कर लोगों के टहलने लायक बनाया जाएगा
मालूम हो कि वर्तमान में सिटी से कलेक्ट्रेट घाट तक रिवर फ्रंट बना हुआ है। यहां घाट किनारे सीढ़ियां बनी हुई हैं। गंगा चैनल और वॉक वे की लंबाई करीब छह किमी लंबी होगी। करीब छह साल पहले वर्ष 2016 में भी कुर्जी से गंगा चैनल बनाया गया था, लेकिन वर्तमान में इसका अस्तित्व खत्म हो गया है। इसी को पुनर्जीवित किया जाएगा। साथ ही हरित पट्टी विकसित कर लोगों के टहलने लायक बनाया जाएगा। प्रशासन का प्रयास होगा कि चैनल में गंगा का पानी बहता रहे।
बता दें कि गंगा एक्सप्रेस वे एलीवेटेड रोड 21 मीटर चौड़ा है। दीघा से एएन सिन्हा इंस्टीटयूट तक 40 मीटर चौड़ी सड़क बनाई गई है। यह पटना शहर की सबसे आकर्षक सड़क होगी। गंगा एक्सप्रेस वे 3831 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है। गंगा एक्सप्रेस वे का सात किमी तक काम पूरा हो गया है और अगले हफ्ते तक इसका उद्घाटन होने की संभावना है।