रोज़गार डेस्क: सबसे बड़ा मुद्दा बिहार ही नहीं देश के युवाओं के सामने लाकर रखने वाली पार्टी के मुखिया, तेजस्वी यादव अब सरकार में है। वहीं में नई सरकार के गठन के साथ ही सरकार अपने वादे पूरी करने में जुट गई है.
माना जा रहा है कि इस साल के अंत तक लाखों की संख्या में सरकारी वैकेंसी भी निकलेगी. नियुक्तियां को लेकर सामान्य प्रशासन और गृह विभाग ने कुछ दिनों पहले से संबंधित विभागों और जिलों से रिक्तियों का ब्योरा मांगा था और सभी ने अब ब्योरा भेज भी दिया है. बिहार सरकार में सबसे ज्यादा रिक्तियां शिक्षा विभाग में है, जहां एक लाख 80 हजार शिक्षकों के खाली पड़े पदों पर जल्द ही नियोजन प्रक्रिया शुरू होने वाली है.
वहीं BPSC द्वारा सरकार को भेजे गए ब्योरा में कुल 40 हजार 506 प्रधान शिक्षकों का भी शिक्षा विभाग, इन पदों पर भी जल्द बहाली शुरू हो सकती है. इसके साथ ही पुलिस विभाग ने 12 हजार रिक्तियों का ब्योरा भेजा है जिसमें सब इंस्पेक्टर, सार्जेंट, सहायक जेलर और 10 हजार सिपाही के पद शामिल हैं, वहीं कृषि विभाग ने साढ़े 8 सौ रिक्तियों का ब्योरा भेजा है जिसमें प्रखंड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक, सांख्यिकी समन्वयक शामिल हैं.
वर्षों से राजस्व विभाग में सर्वेक्षण अमीन के पद भी खाली पड़े हैं. इस पर भी जल्द ही बहाली शुरू होगी. विभाग ने 2000 से ज्यादा सर्वेक्षण अमीन का ब्योरा भेज दिया है जबकि शिक्षा के बाद दूसरा सबसे ज्यादा बहाली करने वाला विभाग स्वास्थ्य विभाग होगा जहां एक साथ लगभग 12 हजार बहाली होगी और विभाग ने इसका ब्योरा भी सामान्य प्रशासन विभाग को भेज दिया है.
यानि आयुष चिकित्सक, नर्स, लैब टेक्नीशियन की बहाली होगी. इसके साथ ही जल्द ही तकनीकी सेवा आयोग, बीपीएससी समेत सभी विभागों में वैकेंसी निकाले जाने की तैयारी है. विभागीय सूत्रों की मानें तो सितंबर से शिक्षक नियोजन के सातवें चरण की बहाली प्रक्रिया शुरू हो सकती है जिसमें सबसे पहले प्रारंभिक स्कूलों में खाली पड़े पदों को भरा जाएगा.
उसके बाद स्वास्थ्य विभाग की वैकेंसी निकलेगी. सरकार का लक्ष्य है कि दिसंबर 2022 तक लगभग 3 से 4 लाख पदों पर वैकेंसी देना और बहाली प्रक्रिया शुरू करना.