पार्सल जल्द उनके गंतव्य स्थलों तक पहुंचने के लिए भारतीय रेल जल्द ही 10 से 12 डिब्बों की स्पेशल पार्सल एक्सप्रेस के परिचालन पर विचार कर रहा है।
इस समय यात्री गाड़ियों के ट्रैफिक और छोटे-बड़े स्टेशन पर रुकने की वजह से पार्सल पहुंचने में देरी हो जाती है, जिसकी वजह से व्यापारी परेशान हो जाते हैं। ऐसे में इनकी सुविधा को देखते हुए अब भोपाल रेल मंडल ने स्पेशल पार्सल एक्सप्रेस चलाने की बात कही है। इस ट्रेन के चलने से पार्सल संबंधित स्टेशन पर चंद मिनटों में ही पहुंच जाएगा। भोपाल रेल मंडल के द्वारा इस तरह का प्रयोग पहली बार किया जा रहा है।

रेल मंडल ने व्यापारियों से स्पेशल पार्सल एक्सप्रेस के स्वरूप को तय करने के लिए सुझाव मांगे
कई वस्तुओं की डिलीवरी ट्रेनों के माध्यम से की जाती है, लेकिन यात्री ट्रेन कई बार ट्रैफिक और छोटे बड़े स्टेशनों पर रुकने की वजह से गंतव्य स्थल पर समय पर नहीं पहुंच पाने की वजह से व्यापार काफी परेशान हो जाते हैं। ऐसे में इनकी समस्याओं को देखते हुए भोपाल रेल मंडल ने व्यापारियों से स्पेशल पार्सल एक्सप्रेस के स्वरूप को तय करने के लिए सुझाव मांगे हैं, जिसमें व्यापारी और उद्योग समूह 20 जून तक डीआरएम भोपाल को अपने सुझाव भेज सकते हैं।
कई बार ऐसा होता है कि व्यापारी अपने माल को जल्दी पहुंचाने के लिए एयरपोर्ट कार्गो सेवा का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन ट्रेन से अधिक महंगा होने की वजह से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अब रेलवे इनकी परेशानियों को दूर करने के लिए इस तरह की सुविधा शुरू करने जा रहा है। वहीं डीआरएम सौरव बंदोपाध्याय का कहना है कि इससे ट्रांसपोर्ट सुविधा की रफ्तार बढ़ने के साथ ही 20 जून तक व्यापारियों से मांगे गए सुझाव का जवाब दे जिस पर आगे की तैयारी की जा सके।
इस संबंध में रेल मंत्रालय ने ट्वीट कर बताया है कि ट्रेन में जरूरत से ज्यादा सामान लेकर नहीं जाए। मंत्रालय ने कहा अगर सामान होगा ज्यादा तो सफर का आनंद होगा आधा। अधिक सामान लेकर रेल यात्रा ना करें अगर सामान अधिक है तो पार्सल कार्यालय पर जाकर लगेज बुक करें। रेलवे के नियम के अनुसार यात्री ट्रेन के सफर के दौरान 40 से 70 किलोग्राम तक ही सामान लेकर यात्रा कर सकते हैं। अगर इससे ज्यादा सामान लेकर सफर करता है तो उसे किराया अलग से देना पड़ेगा। फर्स्ट क्लास एसी में 70 किलो तक सामान याद भी ले जा सकते हैं।