Driving Licence : ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए इच्छुक लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। आगामी एक जुलाई से ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के नियमों में केंद्र सरकार के तरफ से बदलाव होने जा रहा है। इसके तहत अब ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना पहले के मुकाबले काफी आसान हो जायेगा।
Driving Licence : RTO कार्यालय के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं
नए नियम के लागु होने के बाद लोगों को पहले की तरह ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के लिए RTO कार्यालय के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वहीं, नए नियम के तहत ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के लिए आरटीओ कार्यालय जाकर ड्राइविंग टेस्ट भी नहीं देंना पड़ेगा।
नये नियमों के अनुसार ड्राइविंग लाइसेंस के लिए किसी मान्यता प्राप्त ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल में रजिस्ट्रेशन कराना होगा। उसके बाद उसी ड्राइविंग स्कूल से गाड़ी चलाने की ट्रेनिंग लेनी होगीm ट्रेनिंग पूरी होने के बाद ड्राइविंग स्कूल द्वारा एक टेस्ट लिया जायेगा। इस ड्राइविंग टेस्ट को पास करने वाले नागरिकों को एक सर्टिफिकेट दिया जायेगा, जिसके आधार पर ही ड्राइविंग लाइसेंस बन जायेगा।
सम्बंधित मंत्रालय द्वारा ड्राइविंग लाइसेंस के लिए एक खास तरह का कोर्स तैयार किया गया है, जिसमें थ्योरी के साथ साथ प्रैक्टिकल को भी शामिल किया गया है। ताकि मोटर ड्राइव करने की ट्रेनिंग लेने वाले लोगों को अच्छे से इसकी जानकारी मिल सके।
इस कोर्स में नामांकन लेने वाले लोगों को 4 सप्ताह तक लाइट मोटर व्हीकल चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। यह कोर्स 29 घंटों तक चलेगा। इस दौरान प्रैक्टिकल के लिए 21 घंटे का समय दिया जायेगा, जिसमें छात्रों को हाइवे, शहर की सड़कें, और गांव के रास्ते पर गाड़ी चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। साथ ही उन्हें वाहनों की रिवर्सिंग और पार्किंग करना भी सिखाया जाएगा। इस कोर्स में थ्योरी क्लास की अवधि 8 घंटे होगी।
वाहन चलाने की ट्रेनिंग लेने वालों को थ्योरी की जानकारी देना बहुत ही जरुरी है। इससे प्रैक्टिकल के दौरान ड्राइविंग से जुडी चीजों को समझने में आसानी हो जाएगी। केंद्रीय सड़क परिवहन और हाईवे मंत्रालय द्वारा 1 जुलाई 2022 से नये नियमों के लागु होने के बाद इस कोर्स की शुरुआत की जाएगी, जिसके बाद लोगों को ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए भाग दौड़ से राहत मिलेगी।