News : हर क्षेत्र में देश की बेटियों ने झंडा गाड़ा हैं, ऐसा कोई क्षेत्र नहीं बचा जिसमे लड़कियां लड़कों से बराबर काम नहीं करती। लड़कों के कंधों से कंधा मिलाकर लड़कियां काम कर रही हैं, यही नहीं अच्छा काम करके अपने घर परिवार का नाम भी रोशन कर रही हैं। हर बच्ची के लिए अपने पापा ही उसके सुपर हीरो होते हैं। तो हर पिताजी को अपनी परी पर नाज होता हैं, ऐसा एक गर्व से सीना चौड़ा होने वाला किस्सा सामने आया हैं।
News : पिता की ख़ुशी का ठिकाना नहीं
बात हैं मध्यप्रदेश के नीमच जिले की, यहाँ रहने वाली बच्ची ने ऐसा कमाल किया हैं की उसके पिताजी फुले नहीं समां रहे। पिता का गर्व से सीना चौड़ा हो गया जब उन्हें पता चला कि उनकी बेटी ने जज की परीक्षा पास कर ली है। क्योंकि पिता खुद एक जज की गाड़ी चलाते हैं। इस बच्ची ने अपने एग्जाम में टॉप करते हुए राज्य में सातवां रैंक हासिल किया हैं। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट द्वारा आयोजित सिविल जज की परीक्षा में नीमच कोर्ट में सिविल जज के ड्राइवर की बेटी वंशिका ने सातवां रैंक हासिल किया।
पिता एक सिविल जज के गाडी पर ड्राइवर का काम करते थे, लेकिन अब उनकी ही बेटी जज बन चुकी हैं। उसके सफलता पर पूरे जिले को गर्व हो रहा है और उनके घर पर बधाइयों का तांता लगा हुआ है। वंशिका के दादाजी भी कोर्ट में एक क्लर्क थे। वंशिका ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता की प्रेरणा, कड़ी मेहनत और लगन को दिया है। प्रदेश भर के न्यायालय में रिक्त 252 पदों के लिए लिखित परीक्षा में देश भर में 350 अभ्यर्थी शामिल हुए थे।
इसके परिणाम मंगलवार की शाम को आए हैं। परिणाम आने के बाद जिला व सत्र न्यायालय में न्याय विभाग के लघु वेतन कर्मचारी अरविंद गुप्ता के घर में लड्डू बंट रहे हैं। उनकी बेटी वंशिता गुप्ता पहले ही प्रयास में सिविल जज बन गई। वंशिका की माता जी कहते हैं कि बेटी बचपन से ही जज बनना चाहती थी। इसके पिताजी कहते थे कि बेटी तुम ऐसा काम करना कि तुम्हारी वजह से मेरा नाम है। आज उनकी इस इच्छा को बेटी ने पूरा कर दिया।