News : भारत और नेपाल के बिच अच्छे संबंध हैं, सीमा पर रहने वाले लोगों के लिए बेहतर आवागमन हो इसलिए दोनों देश अच्छे प्रयास करते हैं। और इसपर दोनों मिलकर काम कर रहे हैं, भारत ने भी बड़ा फैसला लेते हुए नेपाल की मदत करते हुए जयनगर और कुर्था के बीच रेल सेवा शुरू की गई है वहीं अब नेपाल सरकार बाल्मीकि आश्रम से लेकर नेपाल के त्रिवेणी घाट तक पहुंचने के लिए हैंगिंग ब्रिज का निर्माण करवा रही है।
News : झूला पुल निर्माण की प्रक्रिया शुरू
वाल्मीकि आश्रम के नजदीक नेपाली क्षेत्र के पहाड़ी तक गंडक नारायणी नदी के ऊपर झूला पुल निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस पुल का निर्माण श्री गीता रुबीना मना जे वी के द्वारा लगभग आठ करोड़ नेपाली रुपये में इसका ठेका दिया गया है। बता दें कि वर्तमान समय में वाल्मीकि आश्रम जाने के लिए भक्तों और पर्यटकों को गंडक बराज के रास्ते लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। झूला पुल के निर्माण के बाद यह दूरी बहुत कम हो जायेगी।
ऐसे में दोनों सरकारों की ओर से पर्यटकों को जल्द मिलेगा हैंगिंग ब्रिज का तोहफा। ये सीमा पर रहने वालों के लिए सौगात साबित हो सकती हैं, बताया जा रहा है कि शीघ्र ही इस पुल के निर्माण का कार्य पूरा हो जायेगा। हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि झूला पुल के दूसरी छोर से वाल्मीकि आश्रम का रास्ता कई ऊंची नीची पहाड़ियों के बीच से होकर गुजरता है। जिन पर आवागमन के लिए मार्ग का निर्माण करना कठिन चुनौती है।
ऐसे में विभाग द्वारा इस चुनौती से निपटते हुए शीघ्र ही झूला पुल का तोहफा पर्यटकों और भक्तों को शीघ्र ही उपलब्ध करा दिया जायेगा। वर्तमान समय में वाल्मीकि आश्रम जाने के लिए एकमात्र रास्ता गंडक बराज से होकर गुजरता है। जहां आने जाने वाले लोगों को कड़ी सुरक्षा जांच से गुजरना पड़ता है। किंतु नेपाली क्षेत्र से नेपाली क्षेत्र में हो रहे इस झूला पुल से होकर आसानी से असामाजिक तत्व भी भारतीय क्षेत्र में वाल्मीकि आश्रम के नजदीक खुले क्षेत्र और जंगल का लाभ लेकर भारतीय क्षेत्र में प्रवेश पा सकते हैं।