कोरोना महामारी के अस्तित्व में आने के बाद कई राज्यों की स्वास्थ्य व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लगा। इन राज्यों में बिहार का नाम भी शामिल है। हालांकि, तब से यहां की सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था में बेहतरी लाने के लिए प्रयासरत है। इसी कड़ी में हजारों की संख्या में एएनएम,और आयुष चिकित्सक की भर्ती की जा रही है। अब जल्द ही 10000 स्वास्थ्य कर्मियों की नियुक्ति की जानी है। स्वास्थ्य विभाग ने कर्मियों की नियुक्ति को लेकर तकनीकी सेवा आयोग (टीएससी) को अपनी अनुशंसा भेज दी है। स्वास्थ्यकर्मियों की नियुक्ति को लेकर तैयार प्रस्ताव पर पहले ही विधि एवं वित्त विभाग की मंजूरी मिल चुकी है।
बिहार में एक्स-रे तकनीशियन के 8034 रिक्त पदों एवं ओटी असिस्टेंट के 1096 पदों की नियुक्ति
मिली जानकारी के अनुसार बिहार के सरकारी अस्पतालों में एक्स-रे तकनीशियन के 8034 रिक्त पदों एवं ओटी असिस्टेंट (शल्य कक्ष सहायक) के 1096 पदों की नियुक्ति को लेकर प्रस्ताव भेजा जा चुका है। कुल 9130 रिक्त पदों की नियुक्ति को लेकर आयोग के स्तर से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ विमर्श भी किया जा चुका है। इन पदों के लिए दो सप्ताह के अंदर तकनीकी सेवा आयोग द्वारा आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे। इन रिक्त पदों के अतिरिक्त फर्मासिस्ट, ईसीजी सहायक, लैब तकनीशियन व ड्रेसर के रिक्त पदों के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इन पदों के लिए भी जल्द नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू होगी।
एक्स-रे तकनीशियन के पदों के लिए आवेदन करने के लिए आवेदक को मान्यता प्राप्त बोर्ड/विश्वविद्यालय से एक्स-रे तकनीशियन कोर्स में डिप्लोमा पास करना होगा। सूत्रों के अनुसार एक्स-रे तकनीशियन की डिग्री व आवश्यक कार्य अनुभवों को प्राथमिकता दी जा सकती है। वहीं, शल्य कक्ष सहायक के लिए भी समान योग्यता आवश्यक होगी। केंद्रीय, राज्य सरकार या अन्य राज्यों के मान्यता प्राप्त संस्थानों से उत्तीर्ण उम्मीदवार भी इन पदों के लिए योग्य माने जाएंगे। इनके लिए राज्य सरकार के तहत निर्धारित वेतनमान के अनुसार वेतन का भुगतान किया जाएगा। स्थायी नियुक्ति के तहत इन्हें बिहार के किसी भी सरकारी अस्पताल में पदस्थापित किया जा सकेगा।