एक बार फिर टेलीकॉम कंपनियां मोबाइल टैरिफ में बढ़ोतरी करने जा रही हैं। पिछले साल भी टेलीकॉम कंपनियों ने ग्राहकों को तगड़ा झटका दिया था, जब मोबाइल रिचार्ज 20% तक महंगा हो गया था। अब सभी टेलीकॉम कंपनियां दूसरी तिमाही में एक बार फिर से अपने रिचार्ज प्लान में बढ़ोतरी का सिलसिला शुरू करेंगे। आज जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मोबाइल टैरिफ में बढ़ोतरी से वित्तीय वर्ष 2022-23 में कंपनियों की आमदनी 20 से 25% तक बढ़ सकती है।
टेलीकॉम : नेटवर्क और स्पेक्ट्रम में निवेश करने के लिए प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व में बढ़ोत्तरी जरूरी
घरेलू रेटिंग एजेंसी क्रिसिल की शोध इकाई की एक रिपोर्ट के अनुसार उद्योग के लिए नेटवर्क और स्पेक्ट्रम में निवेश करने के लिए प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व में बढ़ोत्तरी जरूरी है। यदि वे ऐसा नहीं करेंगे तो सेवा की गुणवत्ता खराब हो सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अधिक कंपनियां 5G स्पेक्ट्रम में निवेश करना चाहती है तो उसके लिए उन्हें पहले मुनाफा कमाकर अधिक पैसा जमा करना होगा।
रिलायंस जियो के आने के बाद शुरू हुई तेज प्रतिस्पर्धा के बाद उद्योग ने दिसंबर 2019 से शुल्क दरों में बढ़ोतरी शुरू कर दी थी। रिपोर्ट के मुताबिक, शीर्ष तीन कंपनियों के राजस्व में चालू वित्त वर्ष के दौरान 20-25 प्रतिशत की जोरदार वृद्धि होने की उम्मीद है। रिपोर्ट में आगे कहा गया कि 2021-22 में प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (एआरपीयू) में 5 प्रतिशत की धीमी बढ़ोतरी के बाद अब 2022-23 में 15-20 प्रतिशत तक की वृद्धि की उम्मीद है। हाल ही में एयरटेल के राजस्व में भारी वृद्धि हुई थी। अब लग रहा है कि घाटे में चल रहा है टेलीकॉम सेक्टर अब मुनाफे में आ रहा है।