देश के बड़ी आबादी वाले शहरों में ट्रैफिक जाम की समस्या अब आम हो गई है। स्कूल व दफ्तरों की टाइमिंग में तो जाम की समस्या लोगों के पसीने छुटा देती है। घंटों सड़कों पर खड़े खड़े लोगों की हलक खराब हो जाती है। ट्रैफिक पुलिसकी कड़ी मेहनत के बाद भी ये समस्या कम नहीं हो रही। मिनटों में पहुंचने वाली जगह पर लोग घंटों बाद पहुंचते हैं।
बिहार की राजधानी पटना सहित बिहार के कई शहरों में भी ट्रैफिक जाम की समस्या आम हो गई है। ऐसे में बिजी आवर में अब यातायात पुलिस पूरी तरह से जाम हटाने पर फोकस करेगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब ऐसी स्थिति में पुलिस गाड़ियों की चेकिंग नहीं करेगी।
पटना : सुबह 9 बजे से लेकर 11 बजे और शाम के पांच से साढ़े आठ बजे
सुबह 9 बजे से लेकर 11 बजे और शाम के पांच से साढ़े आठ बजे के बीच का समय शहर के लिए अतिव्यस्त रहता है। काफी संख्या में लोग अपने दफ्तरों व अन्य काम के लिए निकलते हैं। कई बार देखा जा रहा है कि ऐसी स्थिति में कई ट्रैफिक पुलिस के जवान वाहनों की जांच में लगे रहते हैं। इसलिए एसपी, ट्रैफिक ने निर्देश दिया है कि इस पीक आवर में सिर्फ जाम हटाने पर ध्यान केंद्रित किया जाए।
हालांकि, यातायात पुलिस व्यस्त समय को छोड़कर बाकी के वक्त में गाड़ियों की चेकिंग करेगी। स्कूलों की छुट्टी खत्म होने के बाद दोपहर के समय में भी जाम लगने की आशंका है। ऐसे में उस वक्त भी जवानों के सामने जाम को काबू करना एक बड़ी चुनौती होगी।
इसके अलावा एसपी, ट्रैफिक ने यातायात पुलिस के सभी जवानों को ड्यूटी के वक्त मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करने का आदेश दिया है। मोबाइल उसी पोस्ट पर तैनात अफसर इस्तेमाल कर सकेंगे जहां वायरलेस सेट उपलब्ध नहीं है। वहां भी कुछ ही समय के लिए मोबाइल इस्तेमाल करने की इजाजत होगी।