यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेलवे की तरफ से दिन प्रतिदिन कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। भारतीय रेलवे बहुत जल्द जनशताब्दी और शताब्दी जैसी ट्रेनों को वंदे भारत ट्रेन से रिप्लेस करने जा रही है। सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत से यात्रियों का सफर शानदार हो जाएगा।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार आने वाले 4 साल तक देश में 75 नई वंदे भारत ट्रेनें शुरू करने पर तैयारी हो रही है। इसके लिए तमाम तैयारियां जोरों शोरों से चल रही है। उन्होंने बताया कि देश में वंदे भारत को जन शताब्दी और शताब्दी के जगह परिचालन करने का प्लान है। इसके लिए 27 रूटों को चुना गया है।
27 रूटों पर वंदे भारत ट्रेन चलाने की तैयारी
रेल मंत्री ने बताया कि पहले चरण में दिल्ली-अमृतसर, दिल्ली-लखनऊ और हावड़ा सहित 27 रूटों पर वंदे भारत चलाने की तैयारी है। इसके साथ ही दिल्ली-चंडीगढ़ और दिल्ली-भोपाल मार्ग पर चलने वाली शताब्दी ट्रेनों को बदलने की तैयारी है। उन्होंने आगे बताया कि वंदे भारत का निर्माण फास्ट ट्रैक पर है।
75 ट्रेनें 15 अगस्त 2023 तक बनकर तैयार हो जाएगी। पुराने मॉडल के मुकाबले यह 75 ट्रेन बेहतर एडवांस वर्जन में होगा। चेन्नई के इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में सभी ट्रेनें बनती है। देश की पहली स्वदेशी सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत को इंडियन रेलवे ने पूरी तरह से इन हाउस डिजाइन किया है।अश्विनी वैष्णव ने आगे बताया कि साल 2026 तक सूरत और बिलिमोरा के बीच देश की पहली बुलेट ट्रेन का परिचालन शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए जरूरी लैंड के 90 प्रतिशत से ज्यादा का अधिग्रहण किया जा चुका है।