Bihar News : बिहार विधानसभा के पिछले चुनाव में महागठबंधन में शामिल कांग्रेस को उम्मीद से ज्यादा सीटे मिली थी. कांग्रेस को अपनी 70 सीटों में से 19 सीटों पर जीत मिली. पर इस सफलता से कांग्रेस खुद को मजबूत करने की जगह आपसी मतभेद में उलझते चला गया. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा की कुर्सी को हर दिन चुनौती मिलती रही. पिछले हफ्ते उन्हें पद छोड़ना पड़ा. अध्यक्ष पद के लिए दिल्ली में दौड़ शुरू हो गई है. जानकारी के अनुसार बिहार में कांग्रेस पार्टी जिम्मेदारी प्रशांत किशोर के मार्गदर्शन में कन्हैया कुमार को दी जाने वाली है.
Bihar News : बिहार में जातिगत वोटर साधने में जुटी कांग्रेस
अब तक की चुनावी की बात करें तो सवर्णों के वोट एनडीए को मिलते रहे है. सवर्ण, जो कभी कांग्रेस को वोट देते , बीजेपी के साथ हो लिए. बिहार में पिछले 30 वर्षों से यही चला आ रहा है. प्रदेश में राजनीति का दूसरा मजबूत पक्ष आरजेडी के साथ पिछड़े और मुस्लिम खड़े रहे हैं. मगर वोटिंग का यह परम्परागत पैटर्न टूट रहा है.
कांग्रेस पार्टी क्या प्रतिक्रिया
कन्हैया के सवाल पर प्रदेश कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता असित नाथ तिवारी कहते हैं कि बदलते राजनीतिक-जातीय समीकरण में यह निर्णय पार्टी के लिए अच्छा बदलाव है. बिहार के सवर्ण बदलाव चाहते हैं और इसके लिए वो अपनी पुरानी राजनीतिक निष्ठा की ओर शिफ्ट होना चाहते हैं.’