News Desk: पूर्व उप-मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि महागठबंधन सरकार के मंत्रिमंडल में बाहुबलियों की भरमार कर नीतीश कुमार ने बिहार में डरावने दिनों की वापसी सुनिश्चित कर दी।
सुशील मोदी ने कहा कि सुरेन्द्र यादव, ललित यादव, रमाकांत यादव और कार्तिकेय कुमार जैसे विधायक मंत्री बनाये गए, जिनके नाम से इलाके में लोग कांपते हैं।
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उन्होंने कहा कि इन लोगों पर आर्म्स ऐक्ट, यौन शोषण, हत्या के प्रयास और अपहरण जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं।
मोदी ने कहा कि नया मंत्रिमंडल पूरी तरह असंतुलित है। इसमें एम-वाइ समुदाय के 13 मंत्री ( 33 फीसद) हैं, जबकि कानू, तेली, कायस्थ, कलवार, कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज से एक भी मंत्री नहीं बनाया गया।
उन्होंने कहा कि महागठबंधन-2 में राजपूत और मैथिल ब्राह्मण मंत्रियों संख्या कम कर दी गयी। शेष जातियों को केवल प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व दिया गया। कोइरी समाज के केवल दो मंत्री बनाये गए।
मोदी ने कहा कि जो उपेंद्र कुशवाहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विरासत के दावेदार हैं, वे शपथ ग्रहण के समय नदारद थे।
उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने अतिपिछड़ा समाज की रेणु देवी को उपमुख्यमंत्री बनाया था, जबकि महागठबंधन में किसी अतिपिछड़ा को डिप्टी सीएम नहीं बनाया गया।
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मोदी ने कहा कि वित्त विभाग राजद को मिलना चाहिए था। इन सारी विसंगतियों के बावजूद लालू प्रसाद को धन्यवाद कि उन्होंने जनता का मनोरंजन करने के लिए बड़े पुत्र को भी मंत्री बनवा दिया।