बारिश के मौसम में बिहार समेत पूरे पूर्वी भारत में धान की खेती व्यापक पैमाने पर की जाती है. इसके लिए पर्याप्त मात्रा में पानी की जरूरत होती है, जिसकी पूर्ति बारिश से ही होती है. हालांकि, नहर और नलकूप से भी सिंचाई की जाती है, लेकिन बिहार में धान की खेती मानसूनी बारिश पर काफी ज्यादा निर्भर है. ऐसे में अच्छी बारिश न होने की वजह से खेतीबारी पर विपरीत प्रभाव पड़ने की आशंका बढ़ जाएगी.
मौसम विभाग के ताजा अपडेट जारी किया है जिस के अनुसार राज्य में तेज हवाएं चलने और कुछ इलाकों में हल्की फुल्की बारिश से लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिल सकती है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार पटना समेत पूरे राज्य में अगले तीन से चार दिनों तक तेज हवाएं चलेगी. इनकी रफ्तार 20 से 30 किलोमीचर प्रति घंटा रहेगी. इसके अलावा बादल गरजने के साथ वज्रपात के भी आसार जताए गए हैं. जिसको लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है और लोगों से सावधानी बरतने को कहा है.
गुरुवार के दिन हुई बारिश में गया जिले के शेरघाटी में 38.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. वहीं, राजधानी में भी बारिश के बाद मौसम अच्छा बना रहा. इसके अलावा शुक्रवार के दिन भी राज्य के कई इलाकों में बारिश हुई है.
इसके अलावा देर शाम को मौसम में बदलाव के बाद हल्की बारिश दर्ज की गई. मौसम विभाग के अनुसार मुजफ्फरपुर में अगले दो दिनों तक बारिश नही होने की संभावना जताई है. इसके अलावा बिहार के उत्तरी इलाकों में माध्यम बारिश के आसार बने हुए है. बारिश से पहले लगभग 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलती रहेंगी.
बात करें अगर राजधानी पटना की तो इस हफ्ते छिटपुट बारिश और तेज़ हवायें चलने के आसार हैं. भागलपुर में शनिवार को हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है. इसके अलावा मौसम विभाग के अनुसार 14 अगस्त के दिन मध्यम बारिश होने के आसार बने हुए हैं. जिसके चलते तापमान में भी गिरावट आई है. जिसके कारण लोगों को तेज धूप और उमस भरी गर्मी से राहत मिल सकती है.