Patna: राजधानी पटना में आज बुधवार मानसून की पहली बारिश हुई और बारिश इतनी ज़ोरदार थी कि जिसका कोई जवाब नहीं। पटना के महत्वपूर्ण रिहायशी और व्यावसायिक इलाके पूरी तरह से जलमग्न हो गए. पटना नगर निगम हर साल की तरह इस साल भी लाख दावे करता रह गया लेकिन उसके दावे धरे के धरे रह गए. महज़ कुछ घंटों की बारिश ने शहर का नक्शा ही बदलकर कर रख दिया. नगर निगम की नाकामियों के कारण आम लोग तो छोड़िये ख़ास लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा. विधान मंडल का बड़ा हिस्सा जलमग्न हो गया और वो डूबता नज़र आया.
सड़क हुए नालों में तब्दील, विधानमंडल भी नहीं बचा
पूरे शहर में हुई झमाझम बारिश ने मौसम को सुहाना तो कर दिया मगर सड़क के हालात बद से बदतर नज़र आ रहे हैं. बारिश के कारण हुए जलजमाव से लोगों की परेशानी बढ़ गयी. पटना जंक्शन, करबिगहिया, राजेन्द्र नगर, बुद्ध मार्ग, गांधी मैदान जैसे इलाके में सडकों पर पानी जमा होने से वाहनों का आवागमन भी प्रभावित हुआ. यहां तक कि ऑफिस जाने वालों को बारिश की वजह से लगी जाम में फंसने से घंटों परेशानी झेलनी पड़ी. वहीं कई आवासीय इलाकों में भी लोगों को जलजमाव की वजह से परेशान होना पड़ा.
सरकारी अस्पतालों में जहाँ तहाँ घुसा पानी, मरीज़ों को हुई परेशानी
इन सब के अलावा सरकारी अस्पताल भी अछूते नहीं रहे. पटना के बड़े अस्पतालों में शुमार नालंदा मेडिकल कालेज अस्पताल मेडिसिन विभाग के वार्ड में बारिश का पानी घुस गया. अस्पतला में हुए जल जमाव के कारण मरीजों, स्वजनों, डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सफाई कर्मी वार्ड से पानी निकालने में जुटे हैं.